लोगों को बिना आर्थिक बोझ के मिलें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं

जयपुर, 20 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध है। लोगों को बिना आर्थिक बोझ के उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप चिकित्सा सेवाएं कैसे उपलब्ध कराई जा सकें इस दिशा में विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है।

श्रीमती राजे शुक्रवार को राजस्थान में ’’यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज विथ फोकस आॅन हैल्थ इंश्योरेंस’’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिये हमें बचाव एवं उपचार से आगे बढ़कर लोगों को शिक्षित और जागरूक बनाने की आवश्यकता है। इसके लिये व्यवहारिक कार्यप्रणाली को अपनाते हुए कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश में सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाओं के लिये अन्य राज्यों में चल रही योजनाओं का अध्ययन करने के साथ ही विषय विशेषज्ञों की भी सलाह ले रहे हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि हम ऐसे प्रयास कर रहे हैं कि अगले चार वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान की तस्वीर बदल जायेगी। भामाशाह कार्ड योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि इस कार्ड के जरिये स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी उपलब्ध करवाया जायेगा।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या, बिगड़ते हुए पर्यावरण और इनके कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ते हुए दबाव को देखते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य बीमा योजना की आवश्यकता महसूस की जा रही है। राज्य सरकार का अधिक से अधिक लोगों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य है। इससे सरकारी चिकित्सालयों में मरीजों का दबाव भी कम होगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की भारत प्रमुख डाॅ. नाटा मेनाब्दे ने विश्व के विभिन्न देशों में स्वास्थ्य सेवाओं के परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को मानव अधिकार की श्रेणी में रखा जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं के तहत उपलब्ध बजट का एक बड़ा हिस्सा दवाइयों पर खर्च होता है। इसलिये स्वास्थ्य बीमा पर जोर देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत में स्वास्थ्य सेवाओं पर सार्वजनिक व्यय अन्य समकक्ष देशों की तुलना में कम है।

भारतीय प्रबंध संस्थान, बेंगलुरु के एसोसियेट प्रो. अर्णब मुखर्जी ने स्वास्थ्य बीमा के विभिन्न माॅडल्स एवं उनकी वित्तीय संरचनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, श्री मुकेश शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।

कार्यशाला में राज्य सलाहकार परिषद् के सदस्य डाॅ. अशोक पानगडि़या, चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विभिन्न चिकित्सा संस्थानों एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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