व्यापक एवं सुसंगत रणनीति से किया जा सकता है आतंकवाद का मुकाबला

आतंकवाद का प्रभावी मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता
– केन्द्रीय गृह मंत्री

व्यापक एवं सुसंगत रणनीति से किया जा सकता है आतंकवाद का मुकाबला
– मुख्यमंत्री

केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा देश पिछले कई दशकों से सीमा पार से संचालित हो रही आतंकवादी गतिविधियों का दंश झेल रहा है। आतंकवाद का संबंध किसी राष्ट्र की सीमा तक नहीं है, आतंकवादी संगठन अपनी गतिविधियां कई देशों में फैले अपने नेटवर्क के माध्यम से चलाते हैं। इन परिस्थितियों में आज जरूरत इस बात की है कि इसका प्रभावी मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाया जाए।

श्री सिंह गुरूवार को यहां होटल मेरियट में आयोजित ‘काउंटरटेररिज्म काॅन्फ्रेंस – 2015’ के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। तीन दिवसीय इस काॅन्फ्रेंस का आयोजन सरदार पटेल यूनिवर्सिटी आॅफ पुलिस सिक्योरिटी एंड क्रिमिनल जस्टिस, जोधपुर तथा इंडिया फाउंडेशन मिलकर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारियों को साझा करने एवं आतंकवादियों को अपनी रणनीतिक परिसंपत्ति के रूप में इस्तेमाल करने वाले देशों पर दबाव बढ़ाने के लिए भी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की जरूरत है।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारा देश लंबे समय से आतंक एवं घुसपैठ जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। सीमाओं की रक्षा के साथ हमें देश के अंदर भी आतंकवादी गतिविधियों की चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना होगा।

श्रीमती राजे ने कहा कि आईएसआईएस, अल कायदा, अल शबाब एवं बोको हरम जैसे आतंकवादी संगठन मानवता के लिए एक गंभीर खतरा बन रहे हैं। बंधकों को बेरहमी से कत्ल कर उन्होंने अपनी क्रूरता दिखाई है। इंटरनेट एवं सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म को वे अपने प्रोपेगेंडा को विश्वभर में प्रचारित करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही ये आतंकवादी संगठन भारत से काफी दूर अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे हों, इनकी बुरी निगाहें हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा एवं हमारे हितों को नुकसान पहुंचाने पर भी हैं। विश्व भर मेंआतंक के खिलाफ लडाई कई मोर्चों एवं कई रूपों में लड़ी जा रही है। आज हमें जरूरत ऐसी आतंकरोधी रणनीति बनाने की है, जो व्यापक एवं सुसंगत हो। हमें इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयेाग के आधारभूत सिद्धान्त पर कार्य करना होगा।

श्रीमती राजे ने कहा कि आतंकी हमलों की धमकियों से दुनिया की कोई भी अर्थव्यवस्था अछूती नहीं है। आतंकी हमलों की धमकी नई नहीं है, लेकिन इंटरनेट एवं उन्नत तकनीकों के इस्तेमाल से इसकी आवृत्ति एवं मारक क्षमता के काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से हमारे संसाधन एवं लोग सुरक्षित रहें इसके लिए बहुआयामी दृष्टिकोण के साथ हमसभी को मिलकर इसका मुकाबला करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा आधारभूत ढांचा और हमारे लोग आतंकवाद से सुरक्षित रह सके, इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग मिल-जुलकर इसका मुकाबला करें। इसके लिए बहुआयामी प्रयास किये जाने की जरूरत है। यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी देश में संसाधनों के उपयोग एवं अवसरों की प्राप्ति में जातीय समूह, समुदाय एवं क्षेत्र के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं हो।

गृहमंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि आतंकवाद की चुनौती का मुकाबला करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। इससे पहले के वाइस चांसलर श्री एम एल कुमावत ने कहा अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। उद्घाटन सत्र में पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी. पी. मलिक भी मौजूद थे।

जयपुर, 19 मार्च 2015