सिंगपुर यात्रा – पहला दिन

मुख्यमंत्री ने की सिंगापुर के गृह एवं व्यापार मंत्री से मुलाकात; कम्पनियों को राजस्थान में निवेश के लिए निमंत्रण

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सिंगापुर की यात्रा के पहले दिन सोमवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री कार्यालय एवं गृह, व्यापार और उद्योग विभागों के मंत्री श्री एस. ईश्वरन के साथ औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने मेडीकल टेक्नोलाॅजी, इलेक्ट्राॅनिक्स, नगरीय विकास और कचरा प्रबन्धन के क्षेत्रों में सिंगापुर की कंपनियों के साथ साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा की।

श्री ईश्वरन ने राजस्थान में सरकार द्वारा लाए जा रहे विभिन्न सुधार कार्यक्रमों में रूचि दिखाई और व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन में सरलता लाने के सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री का सिंगापुर के साथ व्यवसाय में रूचि दिखाने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यहां की कई सारी छोटी व मध्यम स्तरीय कम्पनियां राजस्थान में निवेश के लिए उत्सुक होंगी।

मुख्यमंत्री ने सिंगापुर के मंत्री को राज्य सरकार की ओर से वहां की कम्पनियों को निमंत्रण और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। श्रीमती राजे ने उन्हें हाल ही में जारी राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना-2014 और राजस्थान सौर ऊर्जा नीति के बारे में भी जानकारी दी। वर्ष 2015 में प्रस्तावित ‘‘रिसर्जेन्ट राजस्थान‘‘ समिट के लिए श्री ईश्वरन ने सिंगापुर की सरकार और वहां की कम्पनियों की ओर से जानकारियों के नियमित आदान-प्रदान और सहयोग का भरोसा दिलाया।

मुख्यमंत्री ने की जल प्रबंधन की एडवांस तकनीक पर चर्चा

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सिंगापुर की प्रतिष्ठित पानी प्रबंधन कंपनी हाईफ्लक्स के प्लांट का अवलोकन किया। श्रीमती राजे ने हाईफ्लक्स के ग्रुप सीईओ और कार्यकारी अध्यक्ष ओलिविया लम से प्लांट के संचालन के बारे में विस्तृत चर्चा की।

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हाई फ्लक्स के अधिकारियों के समक्ष राजस्थान के पानी से संबंधित मुद्दों पर एक प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने हाल ही में राजस्थान में पानी के शुद्धीकरण के लिए अगले 5 वर्ष में 5,000 आरओ प्लांट लगाने की घोषणा की है। ऐसे प्लांट में हाईफ्लक्स की मेम्ब्रेन आधारित तकनीक प्रयोग की जा सकती है, क्योंकि इसमें पानी की बर्बादी बहुत कम होती है। इस विषय पर हाईफ्लक्स की टीम के साथ विस्तृत चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने कंपनी के प्रबंधकों से भरतपुर और नागौर जिलों में पानी में लवणता को घटाने के लिए डी-सेलीनेशन तकनीक के इस्तेमाल में संभावित भागीदारी पर भी चर्चा की।


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