मानसून में देरी से उत्पन्न स्थिति से निपटने की तैयारी करें
जयपुर, 8 जुलाई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अध्यक्षता में मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में मानसून में हो रहे विलम्ब के कारण अकाल की आशंका को देखते हुए आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की गई।
प्रदेश में मानसून की स्थिति को देखते मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अभी से ही सम्भावित अकाल की स्थिति का आंकलन कर उससे निपटने के लिए कार्ययोजना तैयार कर लें ताकि जरूरत पड़ने पर उसके अनुरूप तुरंत कार्य शुरू हो सके।
श्रीमती राजे ने कहा कि वर्षा में विलम्ब के कारण कम समय में पकने वाली फसलों के बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें इसकी पुख्ता व्यवस्था करें ताकि किसानों को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने चारा मिनीकिट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये।
पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के बांधों एवं अन्य सतही जल स्रोतों में उपलब्ध पानी का सतर्कता के साथ उपयोग करें। उन्होंने बारिश के मौसम में जलजनित बीमारियों पर रोकथाम के लिए फिल्टर प्लांट सहित सभी जल संग्रहण केन्द्रों की नियमित सफाई के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कृषि एवं घरेलू उपयोग के लिये बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य में आगामी समय में नियमित एवं व्यवस्थित जल आपूर्ति के लिये केन्द्र सरकार को 504 करोड़ रूपये का कन्टीजेंसी प्लान भिजवा दिया गया है।
श्रीमती राजे ने सम्भावित मौसमी बीमारियों से निपटने के लिये चिकित्सा विभाग को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हो और स्वास्थ्यकर्मी मुख्यालय पर उपस्थित रहें इसकी पुख्ता व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत कार्यरत श्रमिकों को समय पर मजदूरी का भुगतान हो इसके लिये केन्द्र सरकार से बातचीत कर आवंटित बजट की बकाया राशि जारी करवायें। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की पालना में राज्य में प्रचलित आपदा प्रबंधन नीति में परिवर्तन की आवश्यकता के अनुरूप तैयार की गई नई नीति व राज्य आपदा प्रबंधन योजना का अनुमोदन किया गया। आपदा व राहत सचिव श्री कुंजीलाल मीणा ने आपदा प्रबंधन एवं अकाल से जुड़ी गतिविधियों के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया।
बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़, कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, ऊर्जा मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह खींवसर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री श्री हेमसिंह भडाना, सहकारिता राज्यमंत्री श्री अजय सिंह किलक, मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रास्ट्रक्चर श्री सी.एस.राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि श्री अशोक सम्पतराम सहित संबंधित विभागों के प्रमुख शासन सचिव एवं शासन सचिव उपस्थित थे।
