संस्कृत भाषा को समयानुकूल और व्यावहारिक बनाएं
जयपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने संस्कृत दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।
श्रीमती राजे ने कहा कि संस्कृत अनेक भाषाओं की जननी है। संस्कृति से गहरी जुड़ी यह भाषा देवभाषा कहलाती है। अधिकांश धर्मों के आदिग्रन्थ संस्कृत भाषा में ही लिखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक और सुस्पष्ट नियमों वाली इस भाषा को आज के युग के अनुरुप अधिक लोकप्रिय और व्यावहारिक बनाने की आवश्यकता है। प्राचीन ग्रन्थों और पाण्डुलिपियों को सुरक्षित व संरक्षित करना तथा उन्हें आमजन को सुलभ कराना भी संस्कृत के विकास के लिए जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार संस्कृत भाषा के गौरव को बढ़ाने, लोकप्रिय बनाने तथा प्राचीन संस्कृत साहित्य को जनसाधारण को उपलब्ध कराने के लिए हर सम्भव प्रयास करेगी। संस्कृत भाषा में शोध कार्यों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनता को भी इसके प्रचार-प्रसार के लिए आगे आना होगा।
