मुख्यमंत्री की मौजूदगी में 18 एजेंसियों के साथ एम.ओ.यू.
जयपुर, 7 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर उनके लिये ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित करने का प्रयास कर रही है। हमारे युवा दक्ष एवं प्रशिक्षित होंगे तो उनके लिये नौकरियों की कोई कमी नहीं होगी।
श्रीमती राजे गुरुवार को यहां मुख्यमंत्री कार्यालय में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा आजीविका स्किल परियोजना के तहत देश की 18 प्रतिष्ठित ट्रेनिंग प्रदाता एजेंसियों के साथ एम.ओ.यू. के लिए आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी।
मुख्यमंत्री श्रीमती राजे की उपस्थिति में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के प्रबन्ध निदेशक श्री गौरव गोयल एवं परियोजना अंतर्गत चयनित देश की 18 प्रतिष्ठित एवं अनुभवी एजेंसियों के प्रतिनिधियों के बीच प्रशिक्षण कार्यक्रम के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।
श्रीमती राजे ने कहा कि आजीविका स्किल परियोजना युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। उन्होंने कहा कि बदलते दौर मे हमें सरकारी नौकरियों के साथ रोजगार के अन्य विकल्पों पर ध्यान देकर इसके लिये युवाओं को तैयार करना होगा। आज बच्चों को पढ़ाना और उन्हें रोजगार से जोड़ना बहुत बड़ी चुनौती है। मुझे विश्वास है कि इस चुनौती का सामना करने में आजीविका स्किल परियोजना अवश्य सफल होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को दक्ष बनाने के इस अभियान में हमें भारत सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिन एजंेसीज के साथ राज्य सरकार ने एमओयू किये हैं वे युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से जोड़ने के हमारे सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी।
मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि ने कहा कि प्रशिक्षण देने में इस बात का ध्यान रखा जाये कि युवाओं में गुणवत्तायुक्त दक्षता का विकास हो ताकि उन्हें रोजगार प्राप्त करने में परेशानी नहीं आये।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री संतोष मैथ्यू ने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य है जिसने आजीविका मिशन को अपनाकर पहला सेन्टर स्थापित किया। इस क्षेत्र में पूरा देश अब राजस्थान की ओर देख रहा है। राज्य को कौशल विकास के क्षेत्र में अब देश का नेतृत्व करना होगा। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिये अंग्रेजी के ज्ञान के साथ आई.टी. एवं लाइफ स्किल्स बहुत जरूरी है।
राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के अध्यक्ष श्री एम.एल.मेहता ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि जिन एजेंसियों के साथ एम.ओ.यू. हुआ है वो प्रदेश के युवाओं को उनकी क्षमता के अनुरूप प्रशिक्षण देकर योग्यता में निखार लायेगी। उन्होंने कहा कि मिशन युवाओं की आशा व आकांक्षाओं को मूर्तरूप देने के लिये हर सम्भव प्रयास करेगा।
