ताल छापर अभ्यारण्य के लिए विशेष पैकेज सहित प्रदेश की अन्य पर्यटन योजनाओं के लिए केन्द्रीय मदद की जाए
नई दिल्ली, 02 जुलाई। राजस्थान की मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे ने राज्य के ताल छापर वन्य जीव अभ्यारण्य के लिए विशेष पैकेज देने के साथ ही प्रदेश की अन्य पर्यटन योजनाओं के लिए अधिकाधिक केन्द्रीय सहायता प्रदान करने का आग्रह किया है।
श्रीमती राजे ने बुधवार को सांय नई दिल्ली के ट्रांसपोर्ट भवन में केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्राी (स्वतंत्रा प्रभार) श्री श्रीपाद येस्सो नाईक से मुलाकात कर प्रदेश में पर्यटन विकास की मौजूद विपुल संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने पर्यटन राज्यमंत्राी को बताया कि राज्य की कालीबंगा और भटनेर (हनुमानगढ़) में मौजूद विरासत के अनमोल खजाने जीर्णशीर्ण स्थिति में है। इनका पुनरूद्धार करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ए.एस.आई) को तत्काल जोर शोर से काम हाथ में लेने के निर्देश दिए जाए। साथ ही इस अमूल्य धरोहर के संरक्षण के लिए विशेषज्ञों की सहायता लेकर इनका कायाकल्प किया जाए, ताकि यहां ज्यादा से ज्यादा शोधकर्ता और पर्यटक आ सके।
उन्होंने प्रदेश में प्रस्तावित पर्यटन के नए ‘मेगा सर्किट’ जयपुर-जोधपुर-बीकानेर-पाली-माउंट आबू-सांभर आदि के लिए भी विशेष केन्द्रीय सहायता देने का आग्रह किया। इसी तरह राजस्थान में एक कन्वेंशन सेंटर बनाने और प्रदेश में आयोजित हो रहे ‘ग्रेट इंडियन टेªवल बाजार’ के लिए भी केन्द्रीय मदद का अनुरोध किया।
श्रीमती राजे ने बताया कि विश्व पर्यटन मानचित्रा पर राजस्थान का अपना एक अलग ही विशिष्ट स्थान है और दुनियाॅ का हर पर्यटन राजस्थान की बेजोड़, कला संस्कृति और इतिहास का दिग्दर्शन करने के लिए राजस्थान की यात्रा पर अवश्य आने का प्रयास करता है।
भेंट के दौरान राजस्थान के प्रमुख पर्यटन सचिव श्री शैलेन्द्र अग्रवाल, पर्यटन निदेशक श्री विक्रम सिंह और केन्द्रीय पर्यटन सचिव श्री परवेज दीवान भी मौजूद थे।
