आदिवासी बच्चों की पढ़ाई देख मुख्यमंत्री हुई प्रसन्न

डूंगरपुर, 19 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे मंगलवार को भी अचानक दौरे पर निकली। वे नदियों को पार कर दुर्गम और पहाड़ी रास्तों से आदिवासियों के बीच पहुंची। करीब एक किलोमीटर टेडी मेढी पगडंडियों को पार कर वे लोलकपुर गांव की पहाड़ी पर स्थित मां बाड़ी प्राथमिक शिक्षा केन्द्र भी गई। यहां उन्होंने नन्हे-मुन्ने बच्चों से अपनत्व के साथ बातचीत की और बच्चों को परोसे जाने वाला खाना भी खाया।
मुख्यमंत्री ने तीसरी कक्षा के बच्चे मनोज से उसकी पाठ्य पुस्तक का एक पाठ पढ़वाया, मनोज ने ’चांद की खातिर’ पाठ को धारा प्रवाह पढ़ दिया, इससे श्रीमती राजे बहुत प्रभावित हुई तथा एक बच्चे की तरफ इशारा करते हुए पूछा कि तुम्हें पहाडे़ आते हैं, तो मुकेश ने खडे़ होकर कहा 13 तक पहाडे़ आते हैं, उसने भी बिना रुके, हिचके पूरा पहाड़ा सुना दिया। मुख्यमंत्री बच्चों की पढ़ाई एवं लगन से बहुत खुश हुई और उन्होंने सभी बच्चों को अपने हाथ से टाॅफियां बांटी।

श्रीमती राजे ने प्राथमिक शिक्षा केन्द्र की शिक्षक मंजूला से बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के संबंध में भी चर्चा की तथा जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि ऐसे केंद्रों पर नियमित रूप से बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने यहां उपस्थिति पंजिका सहित संधारित किये जा रहे अन्य रजिस्टर को भी देखा तथा पूरी व्यवस्थाओं को सराहा।

स्वच्छ परियोजना के अन्तर्गत संचालित मां बाड़ी प्राथमिक शिक्षा केन्द्र में खाना बनाने वाली एवं बच्चों की देखभाल करने वाली हमरी देवी से भी मुख्यमंत्री ने बच्चों को परोसे जाने वाले खाने एवं विषयों के बारे में बातचीत की।

जीवन में पहली बार मुख्यमंत्री को देख खुश हुए आदिवासी
डूंगरपुर, 19 अगस्त। दूर-दराज पहाडि़यों पर छितरे हुए झोपड़ों में रहने वाले आदिवासी उस वक्त अचंभित हो गये, जब स्वयं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे डूंगरपुर से सागवाड़ा जाते समय अचानक उनके बीच पहंुची और सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को सही मायने में सार्थक बनाया।

मुख्यमंत्री ग्राम पंचायत लोलकपुर के झोपड़ों में रहने वाले आदिवासियों के बीच गई। उनके जीवन यापन के बारे में चर्चा की। यहां रहने वाले 60 वर्षीय उदयलाल रोत, 62 वर्षीय हाउजी रोत, 55 वर्षीय पारी देवी ने श्रीमती राजे से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार साक्षात् किसी मुख्यमंत्री को देखा है। इन लोगों ने श्रीमती राजे को बताया कि हमारे इन झोंपड़ों में तो अब तक कोई जनप्रतिनिधि नहीं आया, आज स्वयं मुख्यमंत्री हमारे बीच आ गई, हमें विश्वास ही नहीं हो रहा है।

श्रीमती राजे ने सभी आदिवासियों से विशेषकर महिलाओं से उनकी दिनचर्या, कामकाज, रोजगार के बारे में बातचीत की तथा उनके साथ झोंपड़ों में भी गई और उनके साथ फोटो खिंचवाये।

डिमिया बांध का निरीक्षण
डूंगरपुर, 19 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने आदिवासी क्षेत्र की पहाडि़यों के बीच स्थित डिमिया बांध का निरीक्षण किया, उन्होंने इस बांध से पूर्व में होने वाली लिफ्ट सिंचाई परियोजना के बारे में अधिकारियों एवं ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत बिल अधिक आने के कारण यह परियोजना अब बंद हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को उनके लाभ के लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए तथा इसके लिए अगर उन्हें कुछ राशि जमा करवानी पडे़ तो सभी ग्रामीण मिलकर योजनाबद्ध तरीके से इस कार्य को करें, ताकि वो निरन्तर जारी रहे।

मुख्यमंत्री का जगह-जगह जोरदार स्वागत
डूंगरपुर, 19 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे का डूंगरपुर से सागवाड़ा जाते समय स्थान-स्थान पर ग्रामीणों ने गाजे-बाजों के साथ अभूतपूर्व स्वागत किया।