“रिसर्जेंट राजस्थान” अगले वर्ष अक्टूबर-नवम्बर में मुख्यमंत्री ने दिये कोर सेक्टर्स पर विशेष फोकस के निर्देश

जयपुर, 16 सितम्बर। प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिये रिसर्जेंट राजस्थान का आयोजन अगले वर्ष अक्टूबर-नवम्बर माह में जयपुर में होगा। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अध्यक्षता में मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में इस आयोजन के संबंध में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया।

श्रीमती राजे ने निवेश बढ़ाकर प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिये रिसर्जेंट राजस्थान आयोजन में विशेष रूप से टेक्सटाइल, माइन्स एण्ड मिनरल, गैर परम्परागत ऊर्जा, पर्यटन, सिरेमिक्स एवं इलेक्ट्रोनिक जैसे कोर सेक्टर्स पर फोकस करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन सेक्टर में राजस्थान में निवेश की विपुल सम्भावनाएं हैं। इसके लिये रोडमेप बनाकर उसके अनुरूप कार्य करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों को प्रोत्साहन देने के लिये निवेश की प्रक्रिया का और सरलीकरण कर सिंगल विण्डो के माध्यम से होने वाले कार्यों की समय सीमा भी निर्धारित की जाये।

उद्योग विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती वीनू गुप्ता ने रिसर्जेंट राजस्थान आयोजन के संबंध में प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि प्रदेश में निवेशकों की सुविधा के लिये लैण्ड बैंक बनाया जा रहा है। साथ ही रीको द्वारा भी औद्योगिक क्षेत्रों में अतिरिक्त जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि राज्य में नई सोलर पाॅलिसी बनाई गई है तथा खनन नीति भी जल्दी ही घोषित कर दी जायेगी।

बैठक में मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद के सदस्यों श्रीमती मीरा महर्षि, श्री राजीव कुमार, श्री मनीष सब्बरवाल, श्री मोहनदास पई व श्री पी.पी.पारीक ने प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने एवं रिसर्जेंट राजस्थान आयोजन के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये।

मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रा. श्री सी.एस.राजन, प्रमुख सचिव वित्त श्री पी.एस.मेहरा, शासन सचिव आयोजना श्री अखिल अरोरा एवं ब्यूरो आॅफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन के आयुक्त श्री नवीन महाजन के अलावा अन्य अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।