उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए रचनात्मक प्रयास करें

जयपुर, एक मार्च। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रदेश के विद्युत अभियन्ताओं का आह्वान किया है कि वे सामूहिक और रचनात्मक प्रयासों से उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त बिजली सप्लाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना आपका लक्ष्य होगा, तो निश्चय ही आप मंजिल को पा लेंगे।

श्रीमती राजे शनिवार को हरिश्चन्द्र माथुर, राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में राजस्थान डिस्काॅम फील्ड इंजीनियर्स काॅन्फ्रेंस को सम्बोधित कर रही थी।

रोड़मैप तैयार हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में क्षेत्र विशेष की आवश्यकता के अनुरूप 11 केवी, 33 केवी या 132 केवी के सब स्टेशन स्थापित करने के लिए एक रोड़मैप तैयार किया जाए। उन्होंने देश और विदेश में विद्युत तंत्र में सुधार के लिए अपनाये जा रहे अत्याधुनिक तौर-तरीको और नवीनतम तकनीक के इस्तेमाल पर भी जोर दिया।

फीडर सुधार सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत तंत्र में सुधार कर उपभोक्ताओं को निर्बाध सप्लाई सुनिश्चित करना और छीजत में कमी लाने के लिए फीडर सुधार कार्यक्रम को फिर पटरी पर लाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। पिछले कार्यकाल में हमने जनता को गुणवत्तायुक्त बिजली देने के लिए फीडर सुधार कार्यक्रम चालू किया था, जिसके सकारात्मक परिणाम भी मिले। लेकिन गत पांच वर्षों में हुई लापरवाही के कारण फिर हम उसी स्थिति में पहुंच गये हैं, जहां से हमने शुरूआत की थी। ऐसे राज्य जिनसे हमारा ‘काॅम्पीटिशन’ था, वे हमसे आगे निकल गये। अब फिर हमारे सामने इस अंतर को पाट कर आगे बढ़ने की चुनौती है।

सूचना तकनीक एवं नवाचारों पर जोर
मुख्यमंत्री ने सूचना तकनीक एवं नवाचारों को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि उपभोक्ता बिलों में ऐसे बदलाव लाए जाए ताकि वे अपने बिल को आसानी से समझ सके। उन्होंने बिलिंग सिस्टम में सुधार, ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत चैपालों के नियमित आयोजन के साथ ही समय-समय पर संभाग और जिलों में सरपंचों व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकें आयोजित करने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत चैपालों के आयोजन और फील्ड में सीनियर अधिकारियों के दौरों की सराहना की और कहा कि यह सिलसिला निरन्तर जारी रखें।

टीम राजस्थान के दम पर बनेगे नम्बर वन
श्रीमती राजे ने कहा कि टीम राजस्थान के दम पर ही प्रदेश फिर से बिजली, पानी, उद्योग, सड़क व शिक्षा सहित हर क्षेत्र में नम्बर वन बनेगा। इसके लिए यह जरूरी है कि सभी लोग अपने व्यवहार और व्यक्तित्व से आमजन से जुड़े, इससे निश्चय ही धरातल पर बदलाव दिखाई देगा। हम लोगों के जीवन में बदलाव लाने की मुहिम में इस प्रकार जुटे कि सभी को अपने और प्रदेश के स्वाभिमान पर गर्व हो।

चार घंटे हुआ मंथन
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में काॅन्फ्रेंस में करीब चार घंटे तक प्रदेश में विद्युत तंत्र में सुधार पर मंथन किया गया। श्रीमती राजे ने काॅन्फ्रेंस में प्रदेश भर से आये विद्युत अभियन्ता व फीडर मैनेजर्स को अपनी बात रखने का भरपूर अवसर दिया और उनके सुझावों को गौर से सुना। मुख्यमंत्री ने इंजीनियर्स से संवाद के दौरान बीच-बीच में प्रश्न और प्रतिप्रश्न करते हुए हर बिन्दु पर अपने विचार रखे। उन्होंने फील्ड में कार्यरत अभियन्ताओं से लेकर शीर्ष स्तर तक के अधिकारियों को चर्चा में जोड़ते हुए उन्हें विद्युत तंत्र में सुधार की सीख दी।

ऊर्जा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रदेश को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाने में ऊर्जा विभाग की अहम भूमिका है। हमने सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर कार्य आरम्भ कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रत्येक वृत्त स्तर उपभोक्ता शिकायत निवारण केन्द्रों की स्थापना कर उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए टोल फ्री नम्बर उपलब्ध करा दिए गए हैं।

विद्युत वितरण कम्पनियों के चेयरमैन श्री आर.जी. गुप्ता ने भविष्य में और सुधारों के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण दिया, जिसमें 15 सूत्री फीडर मेंटिनेन्स प्रोग्राम, सब स्टेशन सुधार कार्यक्रम तथा ई-गवर्नेंस प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी। विद्युत तंत्र में सुधार के लिए ये कार्यक्रम 16 माह तक चलेंगे। उन्होंने बताया कि फीडर मेंटिनेंस के लिए पूरे प्रदेश में सर्वे आगामी 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रा श्री सी.एस. राजन, ऊर्जा विभाग के सचिव श्री आलोक, जयपुर, जोधपुर और अजमेर विद्युत वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशक सहित प्रदेश भर से आये विद्युत अभियन्ता उपस्थित थे।