33वीं नेशनल सिम्पोजियम का उद्घाटन “चुनौतियों से मुकाबले के लिए पुलिस और ताकतवर बनें”

जयपुर, 01 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि देश और प्रदेश के सामने मौजूद कानून-व्यवस्था, आंतरिक सुरक्षा, अलगाववाद, महिला एवं बच्चों के साथ हो रहे अपराध और साइबर क्राइम जैसी चुनौतियों से मुकाबले के लिए पुलिस का और अधिक ताकतवर होना जरूरी है। इस दिशा में बेहतर एवं प्रभावी पुलिस प्रशिक्षण वर्तमान समय की आवश्यकता है। पुलिस फोर्स को और अधिक सक्षम बनाने के लिए प्रशिक्षण में आधुनिक तकनीक के तौर-तरीकों का प्रयोग होना चाहिए।

श्रीमती राजे सोमवार को राजस्थान पुलिस अकादमी सभागार में देशभर के पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के 33वीं नेशनल सिम्पोजियम के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए पुलिस में जवाबदेही एवं संवेदनशील व्यवहार को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर प्रशिक्षण से पुलिस में अनुशासन के साथ परिपूर्णता आती है। प्रभावी ट्रेनिंग के माध्यम से ही पुलिस को चुनौतियों से मुकाबला करने में सक्षम बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस को आज विकट भौगोलिक परिस्थितियों एवं उन्नत हथियारों की कमी के बीच काम करना पड़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि अलग सोच के साथ काम करते हुए पुलिस फोर्स को प्रशिक्षित किया जाये।

श्रीमती राजे ने कहा कि हमें प्रदेश में पुलिस फोर्स की प्रशिक्षण क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अलवर में एक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जा रहा है जबकि भरतपुर में एक और संस्थान खोलने की घोषणा हमने की है। इससे प्रशिक्षण की जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर कि की राज्य में पुलिस द्वारा नई पहल करते हुए करीब 4 हजार बालिकाओं को आत्मरक्षा में प्रशिक्षित किया जा रहा है। समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करने के लिए पुलिस का ऐसे कार्याें से भी जुड़ना जरूरी है। उन्होंने अपराधांे पर लगाम कसने के लिए ट्रेनिंग में ‘वर्चुअल क्लासरूम‘ जैसे नवाचारों को अपनाते हुए तकनीक एवं कम्यूनिकेशन के साधनों का बेहतर उपयोग करने की आवश्यकता जताई।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री सुनील अरोड़ा ने कहा कि पुलिस फोर्स में बीट कांस्टेबल, एएसआई, एसआई से लेकर एसएचओ और सीआई तक के प्रशिक्षण का बड़ा महत्त्व है क्योंकि ये ही पुलिस बल के ऐसे चेहरे हैं जो रात-दिन जनता के सम्पर्क में रहते हैं। ब्यूरो आॅफ पुलिस रिसर्च एण्ड डवलपमेंट के महानिदेशक श्री राजन गुप्ता ने कहा कि यह सिम्पोजियम देश में पुलिस प्रशिक्षण को और बेहतर बनाने के लिए रोडमैप तैयार करने में मददगार होगी। पुलिस महानिदेशक श्री ओमेन्द्र भारद्वाज ने उम्मीद जताई कि यह तीन दिवसीय आयोजन नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने के कारगर उपायों पर चर्चा का अवसर प्रदान करेगी। अंत में राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक श्री बीएल सोनी ने आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर एडीजी (प्रशिक्षण) श्री नन्द किशोर सहित देश के विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों के प्रमुख एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।