पर्यटन बने विकास की धुरी

पर्यटन बने विकास की धुरी – मुख्यमंत्री

जयपुर, 28 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य में पर्यटन, विकास की धुरी के समान है। सरकार पर्यटन को केन्द्र में रखकर आधारभूत ढांचे का विकास तथा साथ ही षिक्षा व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवष्यकताओं पर फोकस कर रही है। इससे राजस्थान शीघ्र ही प्रगति के नये आयाम तय करेगा।

श्रीमती राजे ने प्रदेष में पर्यटन विकास की नई सम्भावनाओं के संबंध में आईएलएफएस (इन्फ्रास्टंक्चर लीजिंग एण्ड फाइनेंसियल सर्विसेज लि.) द्वारा मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में दिये गये प्रस्तुतीकरण के दौरान यह बात कही। उन्होेंने कहा कि पर्यटन, विकास का महत्वपूर्ण घटक है और इस पर सही दिषा में योजनाबद्ध तरीके से काम करने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अंचल की जीवन षैली, लोक कलाओं और हैण्डीक्राफ्ट्स को पर्यटन से सीधा जोड़े जाने की आवष्यकता जताई। इससे आय सृजन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिये रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्यटकों के लिये बेहतर मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाना होगा।

आईएलएफएस की ओर से दिये गये प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि राजस्थान के दर्षनीय एवं प्राकृतिक स्थलों, तीज-त्योहारों, मेलों, रहन-सहन, कला और संस्कृति के विस्तृत डाटाबेस की सहायता से यहां पर्यटकों को आकर्षित करने की असीम संभावनाएं हैं। डेटाबेस के विश्लेषण तथा उस पर योजनाबद्ध कार्यवाही से इस क्षेत्र में प्रगति की राह आसान होगी। बाड़मेर जिले के आंकड़ों के अध्ययन का उदाहरण बताते हुए उनकी विशेषज्ञ टीम ने प्रदर्शित किया कि पर्यटन विकास में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से राजस्थान को विष्व पर्यटन के मानचित्र पर उसका उचित स्थान दिलाया जा सकता है।

इस दौरान मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् के सदस्य श्रीमती मीरा महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रा. श्री सी.एस.राजन, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री पी.एस.मेहरा, प्रमुख शासन सचिव पर्यटन श्री शैलेन्द्र कुमार अग्रवाल, आयोजना सचिव श्री अखिल अरोरा, निदेषक पर्यटन श्री विक्रम सिंह के अलावा आईएलएफएस के प्रबंध निदेषक श्री हरि शंकरन, श्री रवि पार्थसारथी व अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।