काम में तेजी लाएं और लक्ष्य समय पर पूरे करें

जिला प्रभारी मंत्रियों-प्रभारी सचिवों की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रभारी सचिवों और मंत्रियों को निर्देश दिए कि जिन जिलों में विकास योजनाओं पर काम कम हुआ है वहां तेजी लाएं। उन्होंने जनजाति क्षेत्र एवं मरूस्थलीय क्षेत्र के जिलों की समस्याओं पर विशेष ध्यान देने और लक्ष्य समय पर पूरे करने पर जोर दिया। उन्होंने बाड़मेर एवं जैसलमेर जिलों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए।

श्रीमती राजे मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रभारी मंत्रियों एवं सचिवों की बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री एवं सचिव अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा साथ-साथ करें, ताकि उनके बीच बेहतर सामंजस्य बने और जनता को सरकार की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री ने उन्होंने बीपीएल सूची से अपात्र लोगों के नाम हटाने की दिशा में सख्त कदम उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि बीपीएल परिवारों के आवासों के बाहर बीपीएल सूची में शामिल होने की सूचना प्रदर्शित की जाए। इससे सूची में शामिल अपात्र लोगों की संख्या कम करने में मदद मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि पाली सहित कुछ अन्य जिलों में यह उपाय कारगर साबित हुआ है।

नेकी की दीवार की पहल सराहनीय

श्रीमती राजे ने कहा कि बैठक में जिलों में हो रही कई अच्छी बातों का पता चला। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा सहित कुछ स्थानों पर नेकी की दीवार जैसे नवाचार किए गए हैं, जो गरीब एवं असहाय लोगों के लिए सम्बल साबित हो रहे हैं। उन्होंने प्रभारी मंत्रियों एवं सचिवों से कहा कि वे भी अपने प्रभार वाले जिलों में वंचित वर्ग के लिए इस तरह के नवाचारों को प्रोत्साहित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का खुशहाली इंडेक्स बढ़ाने के लिए टॉय बैंक, क्लॉथ बैंक तथा जनसहयोग से गरीबों को खाना खिलाने जैसी पहल अधिकाधिक जिलों में लागू की जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि जिन जिलों में ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान‘ के लिए नकद सहयोग राशि प्राप्त हुई है उसका दानदाता द्वारा सुझाए गए कार्य में ही उपयोग सुनिश्चित किया जाए।

श्रीमती राजे ने जयपुर विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में आने वाली ग्राम पंचायतों में विकास कार्यां के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बैठकों के माध्यम से योजना बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कोटा एयरपोर्ट पर निजी कम्पनी द्वारा विमान यात्रा सेवा शुरू करने की तैयारियां जल्द से जल्द पूरा करने के भी निर्देश दिए। पाली में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के बंद होने के कारण फेक्ट्रीरियों में काम-काज ठप हो जाने पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने प्लांट के संचालन का काम विशेषज्ञ कम्पनी द्वारा संचालित करने का सुझाव दिया।

मुख्यमंत्री ने सीकर सहित अन्य जिलों में नये विश्वविद्यालयों के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीकर, झुन्झुनूं, भरतपुर और अलवर में इन विश्वविद्यालयों की स्थापना का काम कई वर्षां से लम्बित है। उन्होंने बांसवाड़ा स्थित गोविन्द गुरु जनजाति विश्वविद्यालय में भी संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बूंदी, सीकर, सिरोही, पाली, भीलवाड़ा आदि जिलों में कृषि उपज मण्डियां विकसित करने के काम में धीमी गति पर नाराजगी जताई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिविल मिलिट्री लाइजन बैठकों में अब राज्य सरकार प्रदेश के हित से जुड़े मामलों पर प्रभावी ढंग से पक्ष रखेगी। उन्होंने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत दावों के त्वरित निस्तारण के लिए बीमा कम्पनी से बात करने के निर्देश भी दिए।

बैठक में प्रभारी मंत्रियों एवं सचिवों ने ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान‘, बजट घोषणाओं, सुराज संकल्प पत्र की घोषणाओं एवं मुख्यमंत्री की घोषणाओं सहित विभिन्न योजनाओं की क्रियान्विति और प्रगति के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, मुख्य सचिव श्री ओपी मीना, पुलिस महानिदेशक श्री मनोज भट्ट, विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव, जिलों के प्रभारी सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 22 नवम्बर 2016