हमारा लक्ष्य राजस्थान का नवनिर्माण है
जयपुर, 13 जनवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारा मंत्र विकास का मंत्र है। हम विकास में राजनीति नहीं, राजनीति में विकास चाहते हैं। हम प्रदेश में बदले की राजनीति में नहीं, प्रदेश को बदलने की राजनीति में विश्वास करते हैं। हमारा लक्ष्य, मिशन-25 और राजस्थान का नवनिर्माण है। जिसे हम निश्चित रूप से कामयाबी के साथ पूरा करेंगे।
श्रीमती राजे आगरा रोड स्थित हैवन्स गार्डन में आयोजित प्रदेश भाजपा की चुनाव प्रबन्धन बैठक को सम्बोधित कर रही थी।
ऐसा पहली बार हुआ है राजस्थान में- मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है राजस्थान में कि कांग्रेस सिर्फ 21 सीटों तक ही सिमट कर रह गई। कांग्रेस अपना एक भी अल्पसंख्यक उम्मीदवार इस चुनाव में नहीं ंजिता पाई। कांग्रेस अपना एक भी दलित उम्मीदवार नहीं जिता पाई। ऐसा पहली बार हुआ है राजस्थान में कि भाजपा को 81.05 प्रतिशत यानी 163 सीटें मिली।
जनता ने प्रलोभन को ठुकराया- मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने इन विधानसभा चुनावों में एक संदेश भी दिया कि उसे न प्रलोभन देकर खरीदा जा सकता और न झूठें वायदों के सब्जबाग दिखाकर बहलाया जा सकता। जनता ने तमाम प्रलोभनों को इन चुनावों में ठुकरा दिया।
हम राज नहीं सेवा कर रहे हैं- श्रीमती राजे ने कहा कि पिछली बार जब 2003 में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी तब मैंने कहा था कि हम राज नहीं सेवा करने आये हैं। आज फिर मैं वहीं दोहरा रही हॅू। हम राज नहीं सेवा करने आये हैं। और पहले दिन से जनता की सेवा में जुट गये।
भाजपा सरकार का रिमोट जनता के हाथ- मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिन से ही हमारी सरकार प्रदेश की जनता के आदेशों से संचालित हो रही है। हम तो जनता के सेवक मात्र है। जिनका रिमोट कंट्रोल जनता के हाथ में है।
हमारी घोषणाऐं जमीन पर – श्रीमती राजे ने कहा कि हमारी घोषणाऐं और हमारी योजनाऐं जमीन पर साकार होती दिखाई देने लगी है। सरकार बदलते ही बिजली में सुधार नजर आ रहा है। जयपुर साफ सुथरा दिखाई दे रहा है। अधिकारी वो ही है लेकिन अब दौड़-दौड़ कर सफाई अभियान में जुट गये हैं। हमारी प्राथमिकता बिजली,पेयजल,सड़क और रोजगार है। जिसे पूरा करने में हम पहले दिन से जुट गये।
‘आप’ ने किया हमारे सादगी के फैसलों का अनुसरण – मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 दिसम्बर को चुनाव के नतीजे आये और मैंने घोषणा कर दी कि मौजूदा छोटे आवास में ही रहूंगी। ट्रैफिक सिंग्नल पर रूकने, गाडि़यों का काफिला कम करने, सीएम सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों की संख्या आधी करने, यथा संभव रेग्युलर फ्लाईट से यात्रा करने का फैसला लिया तो आम पार्टी ने भी उसका अनुसरण किया। हमारे मंत्रीमंडल के सदस्य भी इससे प्रेरित हुए और उन्होंने भी सादगी के कई फैसले लिये।
निजी वाहन का ही उपयोग करेगी राजे – मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी खर्चों में कटौती करने के लिए वे अपने पास निजी वाहन ही रखेगी। जयपुर और दिल्ली में निजी वाहन से ही यात्रा करेगी। उन्होंने कहा कि कभी उन्हें जल्द जाकर जल्द वापस आना हो और ऐसे स्थान पर रेग्युलर फ्लाईट की सुविधा न हो तब ही वह हैलीकाप्टर का प्रयोग करेगी।
चार स्तर पर जनसुनवाई – श्रीमती राजे ने कहा कि उनकी सरकार में चार स्तर पर जनसुनवाई हो रही है। पहली जनसुनवाई वे अपने आवास पर करती है, दूसरी जनसुनवाई मंत्री अपने घर, तीसरी जनसुनवाई मंत्री सचिवालय स्थित मंत्रालय और चैथी जनसुनवाई जो भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रदेश भाजपा कार्यालय पर करते हैं। इसके अलावा जिलों में ब्लाॅक और जिला स्तर पर जनसुनवाई अलग हो रही है।
जिस जिलें से ज्यादा लोग आयेगें वहाॅं के कलेक्टर से पूछा जायेगा – मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास जन समस्या लेकर जिस जिले से लोग ज्यादा आयेगें उस जिले के कलेक्टर और प्रभारी मंत्री से पूछा जायेगा कि इस जिले से इतने लोग क्यों आ रहे हैं। क्या लोगों की जिलों में सुनवाई नहीं हो रही।
इन्होने भी किया सम्बोधित – भाजपा प्रदेश प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी, सह संगठन मंत्री श्योदान सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव।
यह भी थे मौजूद – पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री गुलाबचंद कटारिया, भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी, सांसद, विधायक, मंत्री, जिलाध्यक्ष, जिला महामंत्री, विधानसभा में भाजपा के प्रत्याशी, प्रदेश पदाधिकारी।
