सिंगापुर के सहयोग से विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा राजस्थान

सिंगापुर के पीएम की मौजूदगी में पर्यटन एवं स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दो एमओयू

प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने तथा जयपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए सिंगापुर और राजस्थान मिलकर काम करेंगे। सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री ली सीन लूंग एवं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में इसके लिए राज्य के पर्यटन एवं आधारभूत ढांचे के विकास के उद्देश्य से गुरूवार को उदयपुर के होटल उदयविलास में दो एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके बाद मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय परिसर में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर टूरिज़्म ट्रेनिंग’ के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया।

दोनो नेताओं ने इससे पहले वार्ता के दौरान राजस्थान सरकार और सिंगापुर के बीच विकास परियोजनाओं के लिए भागीदारी बढ़ाने के लिए सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश को सिंगापुर की तर्ज पर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल और सर्विस सेवाओं के केन्द्र रूप में विकसित करने में यह भागीदारी महत्वपूर्ण होगी।

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सिंगापुर के पीएम ने की मुख्यमंत्री की सराहना

सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री लूंग ने मुख्यमंत्री श्रीमती राजे द्वारा राज्य में लागू किए गए श्रम सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि इससे निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना है। उनके साथ सिंगापुर से आए प्रतिनिधि मण्डल के साथ मुख्यमंत्री की अगुवाई में हुई उच्च स्तरीय बैठक में श्री लूंग ने कहा कि आपके द्वारा लागू किए गए सुधार दूरदर्शितापूर्ण है और राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।

श्रीमती राजे ने कहा कि ईज ऑफ डूंइग बिजनेस की रैकिंग में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के को-ऑपरेटिव फेडरेलिज्म के सिद्धान्त के अनुसार राज्यों को विदेशों के साथ सीधे व्यावसायिक संबंध विकसित करने की छूट होने के चलते राजस्थान और सिंगापुर के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने पर्यटन, हॉस्पीटेलिटी और सेवा क्षेत्र के साथ-साथ खनन, जल प्रबंधन, शिक्षा, कौशल विकास आदि क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रदेश में उपलब्ध संभावनाओं के बारे में बताया।

दोनों नेताओं ने राज्य में हाईवेज और टोल परियोजनाओं, खारे पानी को पीने योग्य बनाने, खनन कार्यों के दौरान पर्यावरण संरक्षण, मैट्रो रेल तथा हवाई सेवाओं आदि विकास परियोजनाओं तथा इनके लिए उपलब्ध संसाधनों पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में राजस्थान और सिंगापुर के बीच विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। श्रीमती राजे ने सिंगापुर को राजस्थान में निवेश और नवम्बर में होने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। जिस पर श्री लूंग ने सकारात्मक सहयोग का आश्वासन दिया।

एमओयू से प्रदेश के पर्यटन को लगेंगे पंख

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश के पर्यटन विभाग और सिंगापुर कॉऑपरेशन इंटरप्राइज के बीच हुए समझौते से राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बेस्ट प्रेक्टिसेज को अपनाने का अवसर मिलेगा और इससे यहां के पर्यटन को एक अलग पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस पार्टनरशिप से प्रदेश को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के साथ ही यहां के हैरिटेज, कला एवं संस्कृति को मजबूती प्रदान करने में सहयोग मिलेगा।

सीधी विमान सेवा के लिए जताया आभार

मुख्यमंत्री ने अपनी सिंगापुर यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान राजस्थान सरकार और सिंगापुर को-ऑपरेशन इंटरप्राइज के बीच वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट तथा शहरी जल प्रबंधन के बारे में सेवा शर्तें तय हुई थीं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों ही जयपुर से सिंगापुर के बीच स्कूट एयरलाइन्स ने सीधी विमान सेवा शुरू की है, जिसकी सप्ताह में तीन दिन उड़ानें हैं। उन्होंने सीधी विमान सेवा को अनुमति देने के लिए सिंगापुर सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमारे लुभावने पर्यटन कैम्पेन से 20 प्रतिशत पर्यटक बढ़े है अब जयपुर से चांगी के बीच कनेक्शन से नई संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने इस अवसर पर सिंगापुर के निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित भी किया।

सीईटीटी से मिलेगी व्यावसायिक श्रेष्ठता

मुख्यमंत्री ने कहा कि उदयपुर के आईआईएम कैम्पस में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस फोर ट्यूरिज्म ट्रेनिंग (सीईटीटी) की स्थापना के साथ सिंगापुर एवं राजस्थान के बीच आपसी भागीदारी की एक नई शुरूआत होगी। इस सेन्टर में पर्यटन से जुड़े हुए 6 कोर्स में 480 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस सेंटर के जरिए राज्य को व्यावसायिक शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने सीईटीटी को स्थापित करने एवं संचालन के लिए सिंगापुर सरकार की ओर से 1.47 मिलियन सिंगापुर डॉलर के सहयोग के लिए सिंगापुर के प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।

पिंकसिटी को स्मार्ट सिटी बनाने में सिंगापुर करेगा सहयोग

पहले एमओयू पर इंटरनेशनल इन्टरप्राइजेज सिंगापुर के एसीईओ टैन सून किम तथा राज्य के नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव मुकेश शर्मा ने हस्ताक्षर किए। पिंकसिटी को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग के क्रम में शहरी कचरा निस्तारण एवं परिवहन सुविधाओं को बढ़ाने में सिंगापुर का सहयोग मिलेगा। राजस्थान और सिंगापुर के बीच हुए एमओयू के अनुसार जयपुर में सुचारू परिवहन हेतु इंटर-मॉडल ट्रांसपोर्ट इंटीग्रेशन द्वारा एकीकृत किराया कार्ड, नेटवर्क एकीकरण, सूचना एकीकरण एवं संस्थाओं के एकीकरण की पहल की जाएगी। कचरा निस्तारण हेतु आधुनिक तकनीक अपनाने एवं ऊर्जा बचत व उत्पादन पर फोकस किया जाएगा। इंटरनेशनल इन्टरप्राइजेज सिंगापुर तथा जयपुर नगर निगम मिलकर शहर में कचरा निस्तारण के लिए नवीन प्रयोगों पर कार्य करेंगे तथा सिंगापुर द्वारा कचरा निस्तारण हेतु अपनाए गए कार्यों को जयपुर में प्रयोग के तौर पर पायलेट प्रोजेक्ट के रुप में लागु किया जाएगा।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी राजस्थान की मार्केटिंग

इसी प्रकार दूसरे एमओयू पर सिंगापुर को-ऑपरेशन इन्टरप्राइजेज के सीईओ श्री कांग वे मुन तथा राज्य की पर्यटन सचिव श्रीमती रोली सिंह ने हस्ताक्षर किए। इंटरनेशनल इन्टरप्राइजेज सिंगापुर तथा राजस्थान सरकार के बीच हुए एमओयू के अनुसार दोनों भागीदार अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक केन्द्र के रुप में राजस्थान की मार्केटिंग करेंगे। राजस्थान में पर्यटन कार्यक्रम के क्रियान्वयन के तहत राज्य के पर्यटन से जुड़े विशेषज्ञ, पॉलिसी लीडर एवं फील्ड पदाधिकारियों की क्षमतावर्धन हेतु सिंगापुर के अनुभवों का लाभ लिया जाएगा। इस हेतु विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए कार्पोरेशन के सहयोगी टमस्क फाउन्डेशन द्वारा चार लाख चौरासी हजार दस सिंगापुर डॉलर के प्रारम्भिक अनुदान की घोषणा की गई है।

उदयपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर टूरिज़्म ट्रेनिंग का उद्घाटन

इसके बाद सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री ली सीएन लूंग की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे, सिंगापुर के कार्यवाहक उच्च शिक्षा, कौशल विकास एवं वरिष्ठ रक्षा राज्यमंत्री श्री आेंग ई कुंग ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय परिसर में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर टूरिज़्म ट्रेनिंग’ के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री श्रीमती राजे और अतिथियों ने इस सेंटर के मॉडल का अवलोकन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने परिसर में स्किल राजस्थान कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देने वाले पैनल का अवलोकन किया। इसमें उन्हांने कौशल विश्वविद्यालय के संचालन, आजीवन प्रशिक्षण, विविध क्षेत्रों में कौशल उन्नयन के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करते पैनल को देखा और इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। श्रम, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग के सचिव श्री रजत मिश्रा ने मॉडल में प्रदर्शित विभिन्न प्रभागों एवं सेंटर पर युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया। समारोह उपरांत सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री लूंग, मुख्यमंत्री श्रीमती राजे और सिंगापुर से आए प्रतिनिधिमण्डल ने सेंटर परिसर में पौधरोपण किया।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्रीमती राजे के सिंगापुर दौरे के तहत 14 अक्टूबर, 2014 को आईटीईईएस के साथ एक एमओयू पर हस्ता़क्षर किए गए थे जिसके तहत उदयपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ट्यूरिज्म ट्रेनिंग की स्थापना में आधारभूत संरचनाओं के लिए राजस्थान सरकार द्वारा 11 करोड़ तथा प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर द्वारा 11 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं।

इन कार्यक्रमों में सिंगापुर के उद्योग मंत्री श्री एस. ईश्वरन, विदेश मामलों के राज्य मंत्री डॉ मलिकी उस्मान, भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त श्री लिम थुआन कुआन, सांसद सुश्री डेनिस फुआ व विक्रम नायर सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।, राज्य सरकार की ओर से गृहमंत्री श्री गुलाब चंद कटारिया, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत, श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पाल टीटी, पर्यटन राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णेन्द्र कौर दीपा, सांसद श्री दुष्यंत सिंह, श्री अर्जुन लाल मीणा, मुख्य सचिव श्री ओ.पी. मीणा, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् के उपाध्यक्ष श्री सी एस राजन, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा प्रमुख शासन सचिव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

उदयपुर/जयपुर, 6 अक्टूबर 2016