पूरा बजट खर्च कर सुधारें टीएसपी क्षेत्र के लोगों का जीवन स्तर

आपका जिला, आपकी सरकार

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि जनजाति क्षेत्र का विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि टीएसपी क्षेत्र के लिए आवंटित बजट का पारदर्शिता के साथ 100 प्रतिशत इस्तेमाल होना चाहिए, ताकि इस क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।

श्रीमती राजे सोमवार को डूंगरपुर जिले में ‘आपका जिला, आपकी सरकार‘ कार्यक्रम के तहत आयोजित समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी औचक निरीक्षण के लिए जाएं, ताकि वस्तुस्थिति का पता चल सके।

जनजाति छात्रावासों की हालत सुधारें

मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर शहर से सटे जनजाति छात्रावास के निरीक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि वहां शौचालयों की स्थिति अच्छी नहीं है। बच्चों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। बाथरूम भी नहीं हैं। उन्होंने छात्रावासों के हालात सुधारने विशेषकर सफाई व्यवस्था सुचारू बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने संभागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सफाई का पूरा ध्यान रखा जाये।

अन्नपूर्णा भण्डारों पर सेल रेट का बोर्ड लगे

श्रीमती राजे ने सुरपुर में अन्नपूर्णा भण्डार के निरीक्षण के दौरान पाई गई गड़बड़ियों का उल्लेख करते हुए कहा कि फ्यूचर गु्रप के साथ हुए एमओयू में यह बात कही गई थी कि वस्तुओं की सेल एमआरपी पर नहीं होगी। उन्होंने जिला रसद अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि व्यवस्थाओं को सुधारा जाए और राशन डीलरों की मनमानी रोकी जाए। उन्होंने अन्नपूर्णा भण्डारों पर सेल रेट का बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इन्दिरा आवास योजना में एक ही व्यक्ति के नाम से 2-3 बार पैसा उठाए जाने की शिकायतों पर सख्त कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत जिन मकानों के लिए पैसा आवंटित हुआ है, उनमें से कइयों की तो नींव ही नहीं डली और ज्यादातर की छत नहीं है।

भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं

माड़ा गांव में वनवासी कल्याण परिषद के छात्रावास का कमरा गिरने एवं छात्रावास की जर्जर हालात, काकरादरा गांव में आधे-अधूरे शौचालय बनाए जाने, ग्रामीण गौरव पथ की आधी-अधूरी सड़कों सहित अन्य शिकायतों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में सरकार जीरो टोलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। श्रीमती राजे ने ई-मित्र कियोस्क पर विभिन्न सेवाओं की निर्धारित से ज्यादा राशि वसूल करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ई-मित्र पर विभिन्न सेवाओं की रेट का बोर्ड लगाया जाए। गड़बड़ी करने वाले कियोस्क की सेवाएं खत्म कर दी जाए। ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों एवं जिला परिषदों के बाहर बोर्ड लगाकर जानकारी दी जाए कि किस योजना के तहत कितना पैसा लगाया गया है और योजना की स्थिति क्या है। भामाशाह योजना के कार्ड धारकों के खातों में आए डीबीटी के पैसों को निकलवाते समय ग्राम सचिव एवं मेट की उपस्थिति होने की शिकायत पर श्रीमती राजे ने नाराजगी जताई और अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस संबंध में बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्थिति सुधारी जाए।

हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ाएं

मुख्यमंत्री ने मनात फला में हुए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के कार्याें का जिक्र करते हुए कहा कि जिले में अभियान के तहत जो कार्य हुए हैं उसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा। उन्होंने अभियान में तैयार स्ट्रक्चर्स के आसपास टीक एवं महुआ के पेड़ लगाने को कहा। श्रीमती राजे ने कहा कि हैप्पीनेस इंडेक्स पर ध्यान दिया जाए। टाॅय बैंक, क्लोथ बैंक, फूड कलेक्शन सेंटर, मोबाइल लाईबे्ररी एवं सेनिटरी नेपकिन वैंडिंग मशीन लगवाई जाए। उन्होंने अजमेर एवं नागौर जिलों में इस दिशा में की गई पहल का उल्लेख किया।

जिला कलक्टर श्री सुरेन्द्र कुमार सोलंकी ने जिले में हो रहे विकास कार्याें एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक में डूंगरपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओटाराम देवासी, सांसद श्री हर्षवर्धन सिंह, विधायक श्री देवेन्द्र कटारा, श्रीमती अनिता कटारा, श्री सुशील कटारा, श्री गोचीचंद मीणा, जिला प्रमुख श्री माधव लाल वरहात, नगर परिषद सभापति श्री केके गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशासनिक सुधार श्री राकेश वर्मा, प्रमुख शासन सचिव जनजाति विकास श्री खेमराज, टीएडी आयुक्त श्री भवानी सिंह देथा, उदयपुर रेंज आईजी श्री आनन्द श्रीवास्तव सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर/डूंगरपुर, 8 अगस्त 2016