सूखी धरा पर स्वावलम्बन का सवेरा
राजस्थान का जिक्र होता है तो सामने आता है, रेतीले धोरों के बीच से उगता हुआ सूरज, ऐतिहासिक इमारतें, अपने खेत में बनी झोपड़ियों के बाहर खाट पर बैठकर बाजरे की रोटी, केर सांगरी और सरसों के साग या लहसुन की चटनी के साथ कलेवा करता किसान। साथ ही दिखाई देती हैं ईश्वर से हर […]


















