पेजयल परियोजनाओं की माॅनिटरिंग के लिए सिस्टम को मजबूत बनाएं

जयपुर, 26 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश में चल रही पेयजल परियोजनाओं में ’क्वालिटी कन्ट्रोल’ व ’क्वालिटी चेक’ सिस्टम्स् को मजबूत बनाते हुए उन्हें नियत समय पर पूरा किया जाए। उन्होंने परियोजनाओं की माॅनिटरिंग के लिए आईटी का उपयोग करते हुए प्रभावी एम.आई.एस. सिस्टम विकसित करने व ’थर्ड पार्टी क्वालिटी जांच’ कराने के भी निर्देश दिए।

श्रीमती राजे शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) की प्रगति की समीक्षा कर रही थी। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए प्रदेश में प्राकृतिक जल संरक्षण के स्रोतों को जीवन्त बनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने ’वाटर ग्रिड’ निर्माण के कार्य को भी आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में पीएचईडी के जल संसाधन, वन एवं पर्यावरण व यूडीएच जैसे विभागों के साथ जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लम्बित पेजयल परियोजनाओं में कब कार्य आवंटित किया गया, मौके पर कार्य कब शुरू हुआ, प्रोजेक्ट के पूरा होने की तिथि क्या थी, कौन-कौन से प्रोजेक्ट देरी से चल रहे है और उनकी देरी की वजह क्या है इस बारे में विभागीय अधिकारी रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें। उन्होंने पेयजल परियोजनाओं को समय पर पूरा नहीं करने वाली फर्मों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने बैठक में मौजूद केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री प्रो. सांवरलाल जाट के साथ राजस्थान के पंजाब व हरियाणा से जुड़े मसलों पर चर्चा की और उनसे राज्य के हितों की पैरवी करने को कहा। वन एवं पर्यावरण विभाग से सबंधित मुद्दों के कारण प्रदेश की जिन जल परियोजनाओं के क्रियान्वयन में दिक्कत आ रही है, उनके बारे में मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को पत्र लिखने के निर्देश दिए।

बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी, जल संसाधन मंत्री डाॅ. रामप्रताप, मुख्य सचिव श्री सी.एस. राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव नगरीय विकास श्री अशोक जैन, प्रमुख शासन सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग श्री ओपी सैनी, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अजिताभ शर्मा, आयोजना सचिव श्री अखिल अरोड़ा, वित्त विभाग सचिव श्री प्रवीण गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।