सूफी परम्परा से जुड़े हैं अजमेर और हेरात

जयपुर, 13 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने भारत में अफगानिस्तान के राजदूत श्री शाईदा मोहम्मद अब्दाली से मुलाकात के दौरान कहा कि दो देशों के आमजन के बीच सम्बन्ध बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक मेल-जोल बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अजमेर और हेरात साझी सूफी परम्परा के वाहक होने के कारण जुड़वां शहर के रूप में विकसित हो सकते हैं।

श्रीमती राजे से अफगानी राजदूत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत और अफगानिस्तान के बीच सम्बन्ध बेहतर बनाने पर जोर दिया। श्री अब्दाली ने कहा कि दोनो देशों के इतिहास के साथ-साथ यहां की चुनौतियां भी एक जैसी हैं। इस पर मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कहा कि भारत अफगानिस्तान के विकास में भागीदार बनना चाहता है। साथ ही, भारत वहां की सांस्कृतिक परम्पराओं से बहुत कुछ सीख सकता है।

राजदूत श्री अब्दाली ने अफगानिस्तान में हो रहे पुनःनिर्माण की प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा की और उसमें सहयोग के लिए भारत सरकार को साधुवाद दिया। मुख्यमंत्री ने अफगानिस्तान के पारम्परिक हथकरघा उद्योगों जैसे गलीचे, रग्स, कीमती पत्थर पर कलाकारी जैसे विषयों के बारे में चर्चा की और कहा कि इन क्षेत्रों पर फोकस कर अफगानिस्तान अपने यहां पर्यटन को बढ़ावा दे सकता है।

मुख्यमंत्री और अफगानी राजदूत ने दोनों देशो के बीच व्यापार, कौशल विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर सहमति जाहिर की। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक संयुक्त कार्य दल गठित किया जाएगा। जो विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और भागीदारी की संभावनाओं की पहचान करेगा।