राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री का जवाब विजन और प्लानिंग से निखरेगा राजस्थान

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि पिछली सरकार के कुप्रबन्धन के कारण राज्य विकास की दौड़ में पिछड़ गया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार को जनता ने 53 वर्ष दिए, लेकिन उन्होंने इस अवसर को जनता के हित के लिए काम में नहीं लिया, जबकि मध्यप्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में पिछले 15 साल के लगातार शासन में बहुत अधिक प्रगति हुई।

मुख्यमंत्री मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जबाव दे रही थीं। मुख्यमंत्री के भाषण के बाद सदन ने अभिभाषण को ध्वनिमत से पारित कर दिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने प्रदेश को जिस स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है, उससे उबरना आसान काम नहीं होगा। इसके लिए एक व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता, हम सबको मिलकर काम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें विजन और प्लानिंग के साथ एक्शन-इम्पलिमेंटेशन का काम करना होगा।

श्रीमती राजे ने कहा कि पिछली सरकार की वित्तीय अदूरदर्शिता के कारण राज्य की बिजली कम्पनियों पर कर्ज कुछ राज्यों के कुल कर्ज से भी अधिक हो गया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 19 अक्टूबर 2011 को जिस एमओयू पर हस्ताक्षर किये थे उसमें हर वर्ष बिजली की दरें बढ़ाने एवं फ्यूल सरचार्ज को स्वतः बिजली के बिल में जोड़ने की शर्त थी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में बिजली के दाम तीन बार बढ़ाए जाने के बावजूद बिजली कम्पनियां इस हालत में पहुंच गई कि बड़ी अवधि के कर्जों को चुकाने के लिए लघु अवधि के ऋण लेने पड़ गये। आज जब नियामक आयोग ने बिजली की दरें बढ़ाई है तो यही लोग इसका विरोध कर रहे हैं।

मैसेज नहीं विकास है राजधर्म

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार किसी एक व्यक्ति की न होकर जनता की सरकार है, जो हर मजहब, हर वर्ग के उत्थान का ध्येय लेकर प्रदेश के सर्वांगीण विकास की दिशा में काम कर रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार मैसेज की राजनीति करने की बजाय विकास को राजधर्म मानते हुए मेहनत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग जो हमारे एक वर्ष के काम का हिसाब मांग रहे हैं उन्होंने अपनी सरकार के रहते कभी जनता को हिसाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले पांच वर्ष का भी हिसाब दिया था और इस बार भी पूरा हिसाब दूंगी।

पिछली सरकार ने किया युवाओं से खिलवाड़

श्रीमती राजे ने कहा कि पिछली सरकार ने चुनावी लाभ लेने के लिए युवाओं के लिए भर्ती खोल दी, लेकिन सरकार की नीयत साफ नहीं होने के कारण बाद में यह मामला कोर्ट में उलझ गया। पिछली सरकार ने अपने बजट में 15 नए काॅलेज खोलने की घोषणा की थी लेकिन चुनाव नजदीक आते-आते बिना किसी प्लानिंग एवं आधारभूत ढांचे के 42 काॅलेज खोलने की घोषणा कर दी जो सीधा-सीधा युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

पात्र व्यक्तियों को देंगे पूरी पेंशन

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव को ध्यान में रखते हुए विधवा, विकलांग एवं वृद्धावस्था पेंशन का दायरा भी इस तरह से बढ़ा दिया गया कि जिनकों पेंशन मिलनी चाहिए थी, उन्हें तो नहीं मिली और जिनको नहीं मिलनी चाहिए उनको मिलने लगी। इस व्यवस्था को ठीक कर हम पात्र व्यक्तियों को पूरी पेंशन देंगे।

दुख-दर्द बांटने जनता के बीच गए

श्रीमती राजे ने कहा कि आजादी के बाद से लेकर आज तक यह पहली सरकार है जो विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद जनता का दुःख-दर्द बांटने उसके बीच गई। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से हम अब तक तीन संभागों के 14 जिलों की 3,639 पंचायतों में रहने वाले ढ़ाई करोड़ लोगों के बीच जा चुके हैं। इस दौरान मिले ज्यादातर जन अभाव अभियोग का निपटारा किया जा चुका है।

पूरा होगा शिक्षित और विकसित राजस्थान का सपना

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पंचायती राज चुनाव में शिक्षा को अनिवार्य शर्त का फैसला भविष्य के बारे में सोच कर लिया था। इससे विकास की पहली इकाई पंचायत के कमान पढ़-लिखे युवाओं के हाथ में आ गई है। इससे शिक्षित राजस्थान, विकसित राजस्थान का सपना पूरा होगा। पंचायत चुनाव लड़ने के लिए शौचालय की अनिवार्यता लागू करने से प्रदेश में चुनाव के दौरान ही 4 लाख 78 हजार 300 शौचालय बन गये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक प्रदेश के हर घर में शौचालय का निर्माण हो जायेगा।

पांच हजार राशन दुकानें बनेंगी अन्नपूर्णा भण्डार

श्रीमती राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने उचित मूल्य की पांच हजार दुकानों को अन्नपूर्णा भण्डार के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। यहां उपभोक्ताओं को राशन के अलावा अन्य गुणवत्तापूर्ण सामग्री रियायती दरों पर मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की समस्याओं को देखते हुए हमने सीसी रोड वाले ग्रामीण गौरव पथ और मिसिंग लिंक निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण गौरव पथ के 2154 कार्य स्वीकृत कर 509 पर काम शुरू हो गया है, इनमें से 61 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। सड़कों पर इस वर्ष 5361 करोड़ रुपये खर्च कर 1950 गांवों को जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि नाबार्ड से 900 करोड़ रुपए का ऋण लेकर ग्रामीण क्षेत्र की आवश्यक सड़कों का निर्माण करवाया जाएगा।

औद्योगिक क्रांति के लिए नई निवेश नीति

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में औद्योगिक क्रांति का सपना पूरा करने के लिए हमने नई निवेश प्रोत्साहन नीति-2014 जारी की है। इस वर्ष नवम्बर माह में रिसर्जेंट राजस्थान का बड़ा आयोजन होने वाला है, जिसमें देश-दुनिया के बड़े उद्योगपति भाग लेंगे। इसमें नये निवेश के लिए एमओयू होंगे। इस आयोजन से पहले भी कई निवेश धरातल पर आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि निवेश के लिए सुदृढ़ कानून व्यवस्था होना बहुत जरूरी है जिस पर पूरा ध्यान दे रहे हैं, परिणाम स्वरूप अपराधों पर अंकुश भी लगा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हम नई टूरिज्म पाॅलिसी लाने के साथ नया पर्यटन कलेण्डर जारी करने वाले हैं।

स्किल डवलपमेंट पर खर्च होंगे 500 करोड़

श्रीमती राजे ने कहा कि 15 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास करते हुए दिसम्बर, 2013 से फरवरी 2015 तक 2282 प्रशिक्षण बैच के माध्यम से 55 हजार 539 युवाओं को विभिन्न रोजगारों का प्रशिक्षण कराया गया है। सिंगापुर शुद्ध पेयजल एवं स्किल डवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में राजस्थान के साथ भागीदारी निभा रहा है। पिछली सरकार ने स्किल डवलपमेंट पर 2 वर्ष में मात्र 46 करोड़ रुपए खर्च किए, जबकि हमने 1 वर्ष में ही 70 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वर्ष 2015-16 में हम इस पर 500 करोड़ रुपए खर्च करेंगे।

विद्यार्थियों को मिलेंगे ट्रांसपोर्ट वाउचर

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सीबीएसई पैटर्न पर 186 उच्च माध्यमिक विद्यालय स्वामी विवेकानन्द राजकीय माॅडल स्कूल के नाम से स्थापित किये जा रहे हैं, जिनमें से 66 का संचालन शुरू हो गया है। दो किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर रहने वाले बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए ट्रांसपोर्ट वाउचर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सुराज संकल्प पत्र के वादे के मुताबिक हमने अध्यापक भर्ती के लिए एक ही परीक्षा त्म्म्ज् आयोजित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।

स्वाइन फ्लू नियंत्रण के लिए डाॅक्टरों को धन्यवाद
श्रीमती राजे ने कहा कि निःशुल्क दवा योजना का बजट बढ़ाया गया है। साढे 6 करोड़ लोगों को निःशुल्क दवा दी है। साढे 4 करोड़ लोगों की निःशुल्क जांचे की गईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा विभाग और चिकित्सकों ने दिन-रात एक कर स्वाइन फ्लू से लोगों की जान बचाई है। स्वाइन फ्लू पाॅजीटिव पाये गये लोगों में से करीब 95 प्रतिशत से अधिक ठीक होकर घर जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू के कारण हुई मौतों से मैं आहत हूं लेकिन अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान की स्थिति बेहतर है।

भामाशाह से 1.5 करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने भामाशाह योजना को फिर शुरू किया है। इससे करीब 1.5 करोड़ महिलाएं लाभांवित होंगी। जल्द ही स्वास्थ बीमा भी इस योजना से जोड़ दिया जाएगा।

राज्य को मिले पुरस्कार

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश को अच्छा काम करने के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिले हैं। अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रधानमंत्री ने प्रदेश को पुरस्कृत किया है। इसी तरह स्किल डवलपमेंट में राजस्थान को गोल्ड केटेगिरी पुरस्कार से नवाजा गया है।

सबको साथ चलना होगा

श्रीमती राजे ने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश से फसलों को हुए नुकसान के सर्वे के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है सुराज, हमारा नारा है सबका साथ, हमारा विजन है सबका विकास, हमारा संकल्प है स्वच्छ एवं समृद्ध राजस्थान का नव-निर्माण और हमारा सपना है हर चेहरे पर मुस्कान। इसके लिए हम सबको साथ चलना होगा। श्रीमती राजे ने कहा कि पक्ष-विपक्ष, एनजीओ, सिविल सोसायटी और मीडिया मिलकर प्रदेश में सकारात्मक वातावरण बनाकर राजस्थान के नव निर्माण में योगदान करे।

सबको दी होली की शुभकामनाएं
श्रीमती राजे ने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि –
मत करो कोई भी तकरार, आई होली है, करो इक दूजे से प्यार, आई होली है।
तोड़ दो मतभेद की दीवार, आई होली है, आओ मिलकर चलें साथ, आई होली है।

जयपुर, 3 मार्च 2015