महर्षि दयानन्द सरस्वती ने सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में महत्ती भूमिका निभाई

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने महर्षि दयानन्द सरस्वती जयंती (4 मार्च, 2016) पर उनका पावन स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरूषों की जयंती समाज को उनके बताये मार्ग पर चलने तथा संदेशों को आत्मसात करने का अवसर प्रदान करती है।

श्रीमती राजे ने अपने संदेश में कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने समाज में व्याप्त कुरीतियों, पाखण्डों और अंधविश्वासों का विरोध किया तथा समाज को इनसे मुक्त करने के लिए नई दिशा दी। उन्होंने उस दौर में महिला सशक्तीकरण का समर्थन किया तथा बाल विवाह और सती प्रथा जैसी कुरीतियों के विरुद्ध पुरजोर आवाज उठाई। वे उच्च आदर्शवाद तथा यथार्थवाद के पक्षधर थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा पीढ़ी को महर्षि दयानन्द सरस्वती के सिद्धान्तों का अनुसरण करते हुए सामाजिक बुराइयों को दूर कर देश-प्रदेश के नवनिर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

जयपुर, 4 मार्च 2016