गम और गर्व के माहौल में शहीद राघवेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार मुख्यमंत्री ने शहीद को श्रद्धांजलि दी, परिजनों को ढांढस बंधाया
जम्मू-कश्मीर के नगरौटा आतंकी हमले में शहीद हुए 12 राष्ट्रीय राइफल के ग्रेनेडियर राघवेंद्र सिंह परिहार का गुरुवार शाम उनके पैतृक गांव गढी जाफर में पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शहीद के घर पहुंचकर तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तथा उनके परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
भारत माता की जय और शहीद राघवेंद्र अमर रहे के नारों के बीच दूर-दराज से आए हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने लाडले शहीद को अंतिम विदाई दी। गम और गर्व भरे माहौल के बीच शहीद के पांच माह के पुत्र समरप्रताप सिंह ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। तिरंगा लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को एयर डिफेंस रेजिमेंट, पुलिस सेरेमोनियल गार्ड और पैरा बिग्रेड ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता श्री रामगोपाल सिंह, धर्मपत्नी श्रीमती अंजना, माता श्रीमती इंद्रा देवी और उनके भाइयों के साथ बैठकर ढांढस बंधाया। श्रीमती राजे ने कहा कि अपने परिजन को खोना किसी भी परिवार के लिए बहुत दुखद है, लेकिन शहीद राघवेन्द्र ने देश के लिए शहादत देकर परिवार के साथ ही पूरे प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री अशोक परनामी, भाजपा प्रदेश प्रभारी श्री वी. सतीश, ऊर्जा राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री पुष्पेंद्र सिंह राणावत, सांसद डॉ.मनोज राजौरिया, जिला कलेक्टर शुचि त्यागी समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक, पुलिस, सैन्य अधिकारियों एवं आमजन ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।
उल्लेखनीय है कि 29 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के नगरौटा में हुए आतंकवादी हमले में 12 राष्ट्रीय राइफल के ग्रेनेडियर राघवेंद्र सिंह समेत पांच जवान व दो मेजर शहीद हो गए थे।
जयपुर/धौलपुर, 1 दिसम्बर 2016
