पारम्परिक शैली के साथ आधुनिकता का समावेश देगा टैक्सटाइल को नया मुकाम

वस्त्र-2015 प्रदर्शनी का उद्घाटन

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि टैक्सटाइल क्षेत्र में पारम्परिक शैली के साथ आधुनिकता का समावेश हो रहा है, जो इस उद्योग को नई ऊंचाई तक ले जायेगा। उन्होंने कहा कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी से हमारे दस्तकारों में हुनर दिल में बसा हुआ है।

श्रीमती राजे सोमवार को सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित जयपुर एक्जीबिशन एण्ड कन्वेंशन सेन्टर में ‘वस्त्र-2015’ के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान महलों, किलों एवं स्मारकों के साथ-साथ वस्त्र उद्योग में भी अपनी एक अलग पहचान रखता है। राज्य सरकार इस क्षेत्र के विकास तथा इसमें निवेश को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

राज्य में व्यापार करना हुआ आसान

मुख्यमंत्री ने कहा कि वस्त्र उद्योग के महत्व को देखते हुए इसे राजस्थान निवेश प्रोत्साहन नीति-2014 में थ्रस्ट सेक्टर के रूप में शामिल किया गया है। राजस्थान में निवेश के सकारात्मक वातावरण के कारण व्यापार आसान होता जा रहा है। वस्त्र उद्योग के महत्व को समझते हुए इन्सेन्टिव पैकेज दिये जा रहे हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि जल प्रदूषण की समस्या से निजात पाने के लिए केन्द्र सरकार ने बालोतरा को सीईटीपी लगाने के लिए चुना है, उसी प्रकार पाली एवं सांगानेर में भी इस समस्या के समाधान के लिए सहयोग अपेक्षित है। इस क्षेत्र के परिश्रमी उद्यमी व्यवसाय में प्रगति के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या का भी समाधान चाहते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में टैक्सटाइल पार्क की स्थापना में केन्द्र सरकार आगे बढ़कर सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि 6 में से 4 टैक्सटाइल पार्क में काम शुरू हो गया है, जबकि पांचवां भी आंशिक रूप से शुरू हो गया है।

निवेश के क्षेत्र में राजस्थान तीसरे स्थान पर

श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश में निवेश का उपयुक्त माहौल तैयार हो गया है। रिजर्व बैंक ने राजस्थान को निवेश के क्षेत्र में देश में तीसरा स्थान दिया है, यह छोटी बात नहीं है, सभी के प्रयासों से हम कहां थे और अब कहां आ गये। उन्होनें कहा कि विश्व बैंक ने भी व्यवसाय में आसानी की दृष्टि से राजस्थान को देश में छठी रैंकिंग दी है।

रोजगार में टैक्सटाइल क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका

श्रीमती राजे ने कहा कि 15 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के राज्य सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में वस्त्र उद्योग की भूमिका महत्वपूर्ण है। आरएसएलडीसी के माध्यम से युवाओं को वस्त्र निर्माण के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर उनका कौशल विकास किया जा रहा है, ताकि वे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की दक्षता हासिल कर सकें। उन्होंने उद्योग जगत का आह्वान किया कि वे आगे आकर युवाओं में कौशल विकास के राज्य सरकार के मिशन में भागीदार बनें।

हेरिटेज फैशन फेस्टिवल

मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर में इस वर्ष दिसम्बर में पहले ‘हेरिटेज फैशन फेस्टिवल’ का आयोजन किया जायेगा, जिसमें देश एवं विदेश के बेस्ट फैशन डिजाइनर्स खादी एवं कोटा डोरिया जैसे पारम्परिक वस्त्रों में अपनी डिजाइन्स प्रदर्शित करेंगे। राज्य सरकार अब इसे प्रतिवर्ष आयोजित करने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने नवम्बर में आयोजित होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान सम्मेलन के लिए भी निवेशकों को आमंत्रण देते हुए कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से प्रदेश में निवेश के लिए माहौल तैयार होगा।

हमारे वस्त्र उद्योग की अलग पहचान

केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि भारत में कृषि के बाद वस्त्र उद्योग सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें निर्यात की विपुल सम्भावना के साथ रोजगार के भी पूरे अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे वस्त्र उद्योग की एक अलग पहचान है, उसमें और निखार लाने की कोशिश की जा रही है।

श्री गंगवार ने कहा कि कुछ समय से कपड़ा मंत्रालय की पहचान कपड़ा मिलों की जमीन बेचने के रूप में बन गई थी, हम उसे बदल कर वस्त्र उद्योग में और निखार लाने का प्रयास कर रहे हैं और अब दृश्य बदलता दिखाई दे रहा है।

प्रदूषण समस्या निदान में केन्द्र का पूरा सहयोग

श्री गंगवार ने कहा कि वस्त्र उद्योग से प्रदूषण की समस्या से सभी चिंतित हैं। हम उसके समाधान के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान सरकार की ओर से इसके लिए सबसे पहले ठोस प्रस्ताव आये हैं, जिनमें से बालोतरा के प्रस्ताव को केन्द्र सरकार ने स्वीकृत कर दिया है। दूसरे प्रस्तावों पर भी जल्द ही निर्णय ले लिया जायेगा। उन्होंने भीलवाड़ा जिले में स्थापित हो रहे भीलवाड़ा मेगा क्लस्टर के कार्य को राज्य सरकार के सहयोग से तेज गति से आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा में टैक्सटाइल सेक्टर में अच्छा कार्य हो रहा है।

उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि टैक्सटाइल सेक्टर में दी जा रही सुविधाओं एवं इन्सेन्टिव पैकेज से यह क्षेत्र तेजी से प्रगति की ओर अग्रसर है। सांगानेरी प्रिन्ट, बगरू प्रिंट, कोटा डोरिया एवं दरी उद्योग की वजह से राजस्थान के टैक्सटाइल को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान मिली है। प्रमुख शासन सचिव उद्योग श्रीमती वीनू गुप्ता ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन में प्रतिष्ठित बायर्स एवं एक्जीबिटर्स हिस्सा ले रहे हैं।

समारोह में रीको एवं वीको इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के मध्य टैक्सटाइल सेक्टर में निवेश को लेकर एमओयू हुआ। इसके माध्यम से प्रदेश में करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश आयेगा तथा 600 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री सी.एस. राजन, बु्रनई के उच्चायुक्त, वियतनाम एवं पोलैण्ड के राजदूत सहित प्रमुख उद्यमी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने ‘वस्त्र-2015’ की डायरेक्ट्री का विमोचन किया। फिक्की के जनरल सेकेट्री श्री ए. दीदार सिंह ने आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन

श्रीमती राजे ने वस्त्र-2015 प्रदर्शनी का उद्घाटन कर करीब डेढ़ घंटे तक प्रदर्शनी में लगी विभिन्न स्टाॅल्स का अवलोकन किया तथा यहां प्रदर्शित वस्त्रों की डिजाइन सहित अन्य बारीकियों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने राजस्थान पैवेलियन में जाकर वहां बंधेज, सांगानेरी प्रिंट एवं जयपुर ब्लू पोटरी के उत्पादों को रूचि के साथ देखा।

जयपुर, 28 सितम्बर 2015