राज्य सरकार की इन्वेस्टर फ्रेंडली नीति से माहौल बदला
खनन व सौर ऊर्जा क्षेत्र में 50 हजार 527 करोड़ के 13 एमओयू
रिसर्जेंट राजस्थान के तहत मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजेे, केन्द्रीय खनन एवं इस्पात मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में शुक्रवार को राज्य सरकार के साथ विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों एवं निजी कंपनियों के बीच प्रदेश में खनन व ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को लेकर 50 हजार 527 करोड़ रुपये के 13 एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।
होटल क्लार्क आमेर में हुए इन एमओयू पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार की इन्वेस्टर फ्रेंडली नीति से माहौल बदला है और एक के बाद एक निवेशक राजस्थान में अपने उद्योग स्थापित करने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन एमओयू से प्रदेश में खनन एवं ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढेंगे और इसका लाभ प्रदेश के नौजवानों को मिलेगा। आगामी नवम्बर माह में होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान समिट का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समिट से राजस्थान के विकास में एक बड़ा बदलाव आएगा।
श्रीमती राजे ने कहा कि हमें विरासत में एक जर्जर अर्थतंत्र मिला था। इसके बावजूद हमने राजस्थान को आर्थिक सुधारों एवं निवेश की दृष्टि से देश में एक पायोनियर स्टेट (अग्रणी राज्य) बनाने की दिशा में मजबूती से कदम बढाए हैं।
विकास के लिए श्रीमती राजे की प्रतिबद्धता सराहनीय
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय खनन एवं इस्पात मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल ने प्रदेश के विकास तथा आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार के लिए मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से श्रीमती राजे आर्थिक सुधारों की अगुवाई कर रही हैं उससे उन्हें भी मार्गदर्शन मिलता है।
केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि श्रीमती राजे एक कुशल प्रशासक हैं और उनके प्रयासों से ही निवेशक राजस्थान की विकास यात्रा में भागीदार बन रहे हैं। जब ये एमओयू यथार्थ रूप में परिणत होंगे तो इनसे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में श्रीमती राजे का पिछला कार्यकाल भी प्रदेश के विकास की दृष्टि से स्वर्णिम कार्यकाल था।
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान की उपलब्धियों की विश्वभर में चर्चा
केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि रिन्यूबल एनर्जी खासकर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान आज देश में सबसे आगे है। राज्य सरकार ने प्रदेश में सोलर पार्कों के जरिए 25 हजार मेगावाट से अधिक सौर ऊर्जा उत्पादन के एमओयू किए हैं। जिनकी कि देश में ही नहीं विश्व स्तर पर भी चर्चा है। करीब डेढ़ लाख करोड़ रूपये का निवेश इनमें होगा। इन सोलर पार्कों की स्थापना के साथ ही इनसे संबद्ध अन्य आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
इससे पहले प्रदेश के खनिज राज्यमंत्री श्री राजकुमार रिणवा तथा ऊर्जा राज्यमंत्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह ने केन्द्रीय मंत्रियों का स्वागत किया। इस अवसर पर राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्य, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, केन्द्रीय खान सचिव श्री बलविन्दर कुमार सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
ये एमओयू हुए
खनन क्षेत्र में स्टील अथाॅरिटी आॅफ इण्डिया लि. के साथ 6 हजार 500 करोड़ रुपये, नैवेली लिग्नाइट काॅरपोरेशन के साथ 5520 करोड़, राष्ट्रीय इस्पात निगम लि. के साथ 2500 करोड़, हिन्दुस्तान काॅपर लि. के साथ 900 करोड़, एफसीआई अरावली जिप्सम एवं मिनरल्स इंडिया के साथ 250 करोड़, रिलायन्स सीमेन्ट कंपनी प्रा.लि. के साथ 3400 करोड़, हिन्दुस्तान जिंक लि. के साथ 8357 करोड़, अल्ट्राटेक सीमेंट लि. के साथ 5100 करोड़, मारवाड़ सीमेन्ट लि. के साथ 2 हजार करोड़, ओजस्वी मार्बल एंड ग्रेनाइट प्रा.लि. के साथ एक हजार करोड़ रुपये तथा अंबुजा सीमेंट लि. के साथ 2500 करोड़ रुपये के निवेश करार किये गये। इसके साथ ही प्रदेश के सोलर पार्कों में बनने वाली बिजली के ट्रांसमिशन के लिए पाॅवर ग्रिड कारपोरेशन आॅफ इंडिया के साथ 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश का एमओयू किया।
राज्य सरकार की ओर से प्रमुख शासन सचिव खान श्री दीपक उप्रेती एवं प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा श्री संजय मल्होत्रा ने संबंधित कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
जयपुर, 16 अक्टूबर 2015
