जन-जन तक पहुंचाए सरकारी योजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि उनकी सरकार को विरासत में आर्थिक रूप से कमजोर राजस्थान मिला है। प्रदेश के ऐसे हालातों में विकास एक चुनौती पूर्ण कार्य था। लेकिन हमारी सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए जो योजनाएं शुरू की हैं, वे राजस्थान को प्रगति के पथ पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ प्रदेश के हर व्यक्ति को मिले, इसके लिए सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना होगा। इसमें हमारे सभी जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ताओं को जुटना होगा।

श्रीमती राजे 8, सिविल लाइन्स में आयोजित भाजपा की प्रदेश स्तरीय बैठक को सम्बोधित कर रही थी। इस बैठक में निकायों के नवनिर्वाचित अध्यक्ष, विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी व स्थानीय निकाय चुनाव प्रभारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में भी भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली है। अब नवनिर्वाचित अध्यक्षों को अपने शहर के विकास में जुट जाना चाहिए ताकि पांच साल में वे अपने शहर का अच्छा विकास करा सकें।

श्रीमती राजे ने कहा कि विधानसभा, लोकसभा और पंचायतराज चुनाव के बाद स्थानीय निकाय चुनावों में भी भाजपा को ऐतिहासिक जनसमर्थन मिला है। भाजपा के जहां 87 अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं, वहीं कांग्रेस 37 पर ही सिमट कर रह गई है। इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने भी राजस्थान के कार्यकर्ताओं को बधाई दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अध्यक्षों ने पदभार ग्रहण कर लिया है अब वे अपने – अपने निकाय क्षेत्र के विकास में प्राण-प्रण से जुट जाएं। सबसे पहले मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान दें। सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र पर विशेष फोकस रखें।

श्रीमती राजे ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का संगठन है, इसलिए कार्यकर्ताओं को महत्व दें। जिन कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत कर आपको इस मुकाम तक पहुंचाया है, उन्हें पूरा मान-सम्मान दें।

मुद्रा योजना से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर – डाॅ. हर्षवर्धन

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन ने कार्यक्रम के दौरान केन्द्र सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं के लिए यह योजना रोजगार का प्रमुख आधार बनेगी। पूरी तरह शिक्षित होने के बावजूद आर्थिक संसाधन नहीं होने से वे रोजगार से नहीं जुड़ पाते थे, उन्हें इस योजना के माध्यम से खुद का व्यवसाय स्थापित करने के लिए बिना किसी सिक्योरिटी के ऋण मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य लोगों को महाजनों के शोषण से बचाना है। महाजन लोगों से 10 प्रतिशत प्रतिमाह तक का ब्याज वसूलते हैं, जबकि इस योजना में छोटे उद्यमियों को न्यूनतम दर पर ऋण उपलब्ध होगा।

उन्होंने बताया कि योजना में ऋण के लिए तीन श्रेणियां निर्धारित की गई हैं। पहली श्रेणी ‘शिशु’ में 50 हजार रुपए तक का ऋण प्रदान किया जाएगा। दूसरी श्रेणी ‘किशोर’ में 50 हजार से 5 लाख तथा तीसरी श्रेणी ‘तरुण’ में 5 लाख से दस लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना में ऋणी व्यक्ति को एक एटीएम कार्ड मिलेगा, जिसके माध्यम से वह जरूरत के अनुसार पैसा निकाल सकेगा और केवल निकाली गई राशि पर ही ब्याज देना होगा।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 25 सितम्बर से इस योजना के तहत ऋण वितरण के लिए देश के हर जिले में कैम्प लगाये जायेंगे।

जयपुर, 15 सितम्बर 2015

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