शहरी विकास के लिए नई सोच के साथ कार्य करें
जयपुर, 1 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि जिस गति से बडे़ शहरों की जनसंख्या काफी तेजी से बढ रही है। ऐसे में हमारे लिए यह चुनौतीपूर्ण है कि शहरों में रह रहे लोगांेे को कैसे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि शहरों में आधारभूत सुविधाओं का विकास समयबद्ध रूप से हो इसके लिए विशेषज्ञता प्राप्त लोगों की मदद से जनता को विश्वास में लेकर सुनियोजित ढंग से कार्य करना होगा।
श्रीमती राजे बुधवार को सचिवालय के काॅन्फ्रेन्स हाॅल में अरबन ट्रांसफोर्मेशन पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं।¦उन्हांेने कहा कि प्रदेश के लोगांे को राज्य सरकार से काफी उम्मीदें हैं और हमें उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा। हमें लीक से हटकर कार्य करना होगा और नए आइडियाज अपनाते हुए अरबन डवलपमेंट में नए आयाम स्थापित करने होंगे। उन्होंने कहा कि अगले चार सालों में शहरी विकास की परियोजनाएं वास्तविक रूप से धरातल पर दिखाई देनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जयपुर के पृथ्वीराज नगर का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के लोग वर्षांे से आधारभूत सुविधाओं से वचिंत रहे हंै, ऐसे में हमारी सरकार नियमन कि राह खोलने के बाद अब यह कोशिश कर रही है कि निजी क्षेत्र के साथ मिलकर यहां आवश्यक सुविधाओं का विकास समयबद्ध रूप से हो।
श्रीमती राजे ने कार्यशाला में आए प्राइवेट प्लेयर्स का आह्वान किया कि शहरी विकास की जो योजनाएं बनें उन पर गंभीरता से कार्य करते हुए उन्हें टाइम फ्रेम में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में कार्य कर रही बड़ी कम्पनियों को विशेषज्ञता हासिल है और इस विशेषज्ञता के आधार पर लक्ष्य तय कर वे शहरी विकास को एक नई दिशा दें।
कार्यशाला में आए निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों एवं विशेषज्ञों ने दो दिन की इस कार्यशाला में चर्चा के दौरान उठे मुद्दों, निष्कर्षों एवं भविष्य की योजनाओं पर विचार साझा किए। अफोर्डेबल हाउसिंग पाॅलिसी का जिक्र करते हुए विशेषज्ञांे ने कहा कि इस पाॅलिसी में कुछ बदलाव लाकर इसे और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है ताकि शहरी गरीबों को आवास उपलब्ध करानेे का लक्ष्य पूरा किया जा सके। कार्यशाला में विशेष फोकस इस बात पर रहा कि कैसे निजी क्षेत्र सरकार के साथ मिलकर आधारभूत ढांचे के विकास के लिए काॅमन प्लैटफाॅर्म तैयार करने में सक्रिय भागीदारी निभा सके।
नगरीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अशोक जैन ने कार्यशाला के निष्कर्षांे एवं भविष्य की योजनाओें पर प्रस्तुतीकरण दिया।
समापन सत्र में मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रास्ट्रक्चर श्री सी.एस. राजन, विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव, सचिव, शहरी निकायों के अधिकारी तथा प्रमुख कम्पनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
