राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती से शिष्टाचार भेंट

नई दिल्ली, 02 जुलाई, 2014। राजस्थान की मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया है कि वे अन्तर्राष्ट्रीय जल विवादों का अतिशीघ्र निपटारा करवाने में सहयोग करे, ताकि राजस्थान जैसे रेगिस्तान प्रधान प्रदेश को सिंचाई एवं पेयजल सुविधा का अधिकाधिक लाभ मिल सके।

श्रीमती राजे ने बुधवार को नई दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा पुनरूद्वार मंत्राी सुश्री उमा भारती से भेंट कर यह आग्रह किया। उन्होंने त्वरित सिंचाई लाभांवित परियोजना (ए.आई.बी.पी.) के लिए राजस्थान को विशेष केंद्रीय सहायता उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया।

भेंट के दौरान श्रीमती राजे ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्राी का ध्यान पंजाब में सतलुज नदी में व्याप्त भंयकर प्रदूषण की ओर दिलवाते हुए बताया कि सतलुज में प्रदूषण के दुष्प्रभाव की वजह से राजस्थान में फसलों की भारी बर्बादी हो रही है। साथ ही लोग चर्म रोग एवं केंसर जैसे भयावह रोग से ग्रहित हो रहे है। उन्होंने इस चितांजनक हालातों पर तत्काल प्रभाव से काबू में लाने और सतुलुज में प्रदूषण रोकने के लिए केंद्र से पंजाब सरकार को समुचित निर्देश जारी करने का आग्रह किया ।

राजस्थान को पानी के मामले में कोई दिक्कत नहीं आने दी जायेगी: सुश्री उमा भारती
मुलाकात के बाद केन्द्रीय जल संसाधन मंत्राी सुश्री उमा भारती ने कहा कि जल की दृष्टि से राजस्थान वंचित राज्य में से एक है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान को पानी के लिए केन्द्र की और से कोई दिक्कत नही आने दी जायेगी।