जनता के दुःख-दर्द जानने ही पहुंचे हम “आपके द्वार”
जयपुर, 18 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत देखने तथा जनता के दुःख-दर्द जानने के लिए ही हमने ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार के मंत्री एवं अधिकारी गांव-गांव घूम कर वास्तविक स्थिति से रूबरू हो रहे हैं। पिछले 8 महीने में उदयपुर तीसरा संभाग है, जहां हमने यह कार्यक्रम शुरू किया है।
मुख्यमंत्री सोमवार को ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत जनसुनवाई के लिए उदयपुर से खैरवाड़ा जाते समय काया गांव में उनके स्वागत के लिए उमड़े जनसमुदाय को सम्बोधित कर रही थीं। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का ढोल-गाजों के साथ मंगलगीत गाकर भावभीना स्वागत किया।
ग्रामीणों के स्वागत से अभिभूत श्रीमती राजे ने कहा कि जनता ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उन्हें अभूतपूर्व समर्थन के रूप में जो आशीर्वाद दिया है उसके लिए दिन-रात काम करना पड़े तो भी हम करेंगे और कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के समय विकास के पहिये बंद हो गये थे, अब हम उन्हें चला रहे हैं। श्रीमती राजे ने लोगों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि आप लोगों की अपेक्षाएं अवश्य पूरी होंगी लेकिन उसमें कुछ समय लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरे में हम यह देख रहे हैं कि राज्य सरकार जिन योजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, उनका वास्तविक लाभ आप लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं।
भामाशाह के कार्ड बनवाए
श्रीमती राजे ने बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं से भामाशाह योजना का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने आपको परिवार का मुखिया बना दिया है। अब आपका कत्र्तव्य है कि नामांकन शिविरों में जाकर अपने कार्ड बनवायें। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत राज्य में प्रथम पंजीकरण कराने वाली इसी गांव की महिला शांता बाई को मंच पर बुलाया और कहा कि अब आपका कत्र्तव्य है कि गांव की सभी महिलाओं के कार्ड बनवाने में सहायता करें।
ग्राम पंचायत के सरपंच ने समस्त ग्रामीणों की ओर से ओढ़नी ओढ़ाकर श्रीमती राजे का अभिनन्दन किया।
