मुख्यमंत्री की पहल पर आपदा प्रबंधन दलों ने बचाई पानी में फंसी सैकड़ों जिन्दगियां

जालोर जिले का भीनमाल क्षेत्र… भारी वर्षा के बाद विभिन्न इलाकों में फंसे लोग… न पानी रुकने की उम्मीद और न ही कोई सिर छिपाने का आसरा…। तभी मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन दलों ने मुस्तैदी से मोर्चा संभाला और हेलीकाॅप्टर की मदद से सभी 53 जिन्दगियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जरा-सी देरी भी त्रासदी में तब्दील हो सकती थी, लेकिन राज्य सरकार ने भारी वर्षा की चेतावनी जारी होते ही मुख्यमंत्री के निर्देशों पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों की रूपरेखा तैयार की। सिरोही, झालावाड़, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, पाली, बाड़मेर एवं जैसलमेर समेत राज्य के कुछ जिलों में भी भारी बारिश के हालात हैं, लेकिन राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन दल त्वरित राहत कार्य संचालित कर सभी व्यक्तियों को लगातार सुरक्षित बाहर निकाल रहे हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर गुरुवार को जल संसाधन मंत्री डाॅ. रामप्रताप ने सिरोही एवं जालोर जिलों में अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई नहरों का हैलीकाॅप्टर से जायजा लिया। इससे पहले रविवार को केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय ने राजस्थान समेत कुछ राज्यों में आगामी 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देशों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्तों और जिला कलक्टरों को तुरंत राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैयार रहने को कहा था। अतिवृष्टि से प्रभावित जिलों में अधिकारी मौके पर बचाव कार्यों में हिस्सा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री भी स्वयं लगातार राहत एवं बचाव कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं और उनकी ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए जा रहे हैं।

आपदा प्रबंधन दलों की तत्परता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे मौके पर स्थिति को देखते हुए कभी नौका से, तो कभी गोद एवं कंधों पर सहारा देकर वृद्धों एवं बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। बचाए गए लोग मुख्यमंत्री की पहल पर राज्य सरकार की ओर से किए गए त्वरित प्रयासों का दिल से आभार जता रहे हैं।

जालोर में जोधपुर-गांधीधाम एक्सप्रेस के 690 यात्री तथा जोधपुर-भीलड़ी पैसेंजर ट्रेन के 250 यात्री अतिवृष्टि के कारण स्टेशनों पर फंस गए थे, जिन्हें आपदा प्रबंधन दलों ने सुरक्षित निकाल लिया है। इसी तरह झालावाड़ के पाटन में चंद्रभागा नदी की पुलिया पर एक बस के 56 यात्रियों को भी आपदा प्रबंधन दलों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।

सिरोही जिले में माउण्ट आबू का चट्टान गिरने से अवरूद्ध हुआ मार्ग जिला प्रशासन ने काफी प्रयास कर खुलवा दिया है। इससे बड़ी संख्या में पर्यटकों को राहत मिली है। सेलवाड़ा बांध के गेट में लिकेज होने की सूचना मिलते ही सिरोही जिला कलक्टर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला।

जयपुर, 30 जुलाई 2015