स्कूलों में रोजगारपरक शिक्षा के लिए अध्यापकों का प्रशिक्षण आवश्यक

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि नई पीढ़ी को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के लिए तैयार करना राज्य सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए स्कूल स्तर पर ही गुणवत्तायुक्त और रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए अध्यापकों को नवाचार अपनाने चाहिए। उन्होंने स्कूली अध्यापकों की क्षमता संवर्द्धन के लिए प्रशिक्षण देने के निर्देश भी दिए।

श्रीमती राजे सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार के क्षेत्रों में नवाचार अपनाने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा में जगह-जगह अलग-अलग नवाचार अपनाये जा रहे हैं, जिनके अपेक्षित परिणाम के लिए आवश्यक है कि अध्यापकों को ऐसी शिक्षा देने के लिए उनकी क्षमता संवर्द्धन के विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि अध्यापक ही युवाओं को स्कूल स्तर पर उद्यमी बनने की प्रेरणा देने के साथ-साथ उनका समुचित कौशल विकास एवं प्रशिक्षण कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए अध्यापकों के व्यवहार एवं शिक्षा कौशल में बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूलों में अध्यापकों को प्रोत्साहित करने एवं उनका क्षमता संवर्द्धन कर उन्हें ऊर्जावान बनाने के लिए विशेषज्ञों के द्वारा प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा। चयनित अध्यापकों को मास्टर टेªनर के रूप में प्रशिक्षित करने के बाद उन्हें दूसरे अध्यापकों को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी दी जायेगी।

बैठक में ग्लोबल एजुकेशन एण्ड लीडरशिप फाउण्डेशन, ग्लोबल पावरटी प्रोजेक्ट, ग्लोबल एजुकेशन टेक्नोलाॅजी एण्ड इनोवेशन नेटवर्क, नेटवर्क फाॅर टीचिंग इन्टरप्रेन्यूरशिप (एनएफटीई), अशोका फाउण्डेशन, फ्रेण्ड्स यूनियन फाॅर एमर्जिंग लाइव्स (फ्यूल) संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने राज्य में शिक्षा, कौशल विकास तथा के क्षेत्रों में सुधार एवं नवाचारों पर प्रस्तुतिकरण दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे नवाचारों को स्थानीय बदलावों के साथ सम्पूर्णता में लागू किए जाने से बेहतर परिणाम मिल सकेंगे।

इस दौरान शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री वासुदेव देवनानी, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा श्री मुकेश शर्मा, शासन सचिव शिक्षा श्री नरेशपाल गंगवार, शासन सचिव श्रम श्री रजत मिश्रा, शासन सचिव प्राथमिक शिक्षा श्री कुंजीलाल मीणा, राजस्थान कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक श्री गौरव गोयल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 18 जनवरी 2016