हम राजस्थान में संस्कारयुक्त शिक्षा की क्रांति लायेंगे

एकल विद्यालय अभियान समारोह

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि संस्कार आधारित शिक्षा से ही प्रदेश और देश में विकास की क्रांति आयेगी और तभी डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया तथा मेक इन इंडिया जैसे अभियान सफल होंगे। उन्होंने कहा कि हम विकसित देशों की तर्ज पर ही प्रदेश में शिक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं, ताकि हमारी नई पीढ़ी शिक्षित होकर योग्य नागरिक बन सके। हम राजस्थान में संस्कारयुक्त शिक्षा की क्रांति लायेंगे।

श्रीमती राजे मंगलवार को अजमेर के आजाद पार्क में एकल विद्यालय अभियान के अंचल प्रणाम कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और संस्कृति का ज्ञान देना भी जरूरी है। यह खुशी की बात है कि एकल विद्यालय अभियान जैसे कार्यक्रम बिना किसी सरकारी मदद के इस कार्य को बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभियान द्वारा 15 लाख बच्चों को शिक्षित और संस्कारित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने अभियान द्वारा चलाई जा रही ’एक गांव, एक शिक्षक, एक विद्यालय’ की अवधारणा की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे शिक्षा के साथ-साथ दूर-दराज के गांव के सर्वांगीण विकास में भी सहयोग मिलता है। उन्होंने इन विद्यालयों में पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य, कौशल विकास, स्वाभिमान जागरण और संस्कार शिक्षा की खुले मन से सराहना की।

श्रीमती राजे ने कहा कि एकल विद्यालय अभियान की एक विशेषता यह भी है कि इसमें 80 प्रतिशत शिक्षक महिलाएं हैं और इसमें युवाओं की भी पर्याप्त भागीदारी है। उन्होंने कहा कि महिलाएं और युवा सबसे अधिक ऊर्जावान होते हैं और इनकी भागीदारी से यह अभियान अवश्य सफल होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी इसी तर्ज पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक आदर्श विद्यालय बना रही है। इसके तहत प्रदेशभर में अगले तीन वर्ष में 10 हजार विद्यालय खोले जायेंगे, जिनमें शिक्षकों, अधिकारियों तथा कम्प्यूटर और खेल आदि जैसी आधारभूत सुविधाओं की समुचित व्यवस्था होगी। इन विद्यालयों में विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास के लिए सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक पढ़ाई के साथ-साथ खेल एवं कम्प्यूटर शिक्षा प्रदान की जायेगी।

श्रीमती राजे ने समारोह में उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया कि लोग अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ रोजगार कुशल और संस्कारवान बनायें। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी चुनौती है और हमें इस चुनौती को स्वीकार करना होगा। उन्होंने कहा कि तभी हम राजस्थान को ऐसा विकसित प्रदेश बना पायेंगे, जिसका सपना हम सबने देखा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एकल विद्यालय अभियान की डायरेक्ट्री तथा मत चूके चैहान पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कार्यक्रम के समापन पर भारत माता की आरती में हिस्सा लिया। श्रीमती राजे ने वहां उपस्थित आमजन से मुलाकात की तथा पुलिस लाइन अजमेर के प्रांगण में पुलिसकर्मियों के बच्चों को चाॅकलेट बांटे।

कार्यक्रम में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा अजमेर जिले के प्रभारी मंत्री हेमसिंह भड़ाना, शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत, संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत, विधायक श्री शंकर सिंह रावत और श्री भागीरथ चैधरी, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री शंभुदयाल बड़गुर्जर, जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा, अजमेर डेयरी अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चैधरी, पुष्कर नगर पालिका अध्यक्ष श्री कमल पाठक, अजमेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल, जिला कलेक्टर श्री गौरव गोयल, पुलिस अधीक्षक डाॅ. नितिन दीप ब्लग्गन सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्यजन तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

अजमेर/जयपुर, 3 मई 2016