मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वन्य जीव मंडल ने दी कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों को मंजूरी

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अध्यक्षता में राज्य वन्य जीव मंडल की बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये। बैठक में गुलाबपुरा-उनियारा राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रोजेक्ट को स्वीकृति के साथ ही राजसमंद जिले के बग्गड़ में रीको औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने, सवाईमाधोपुर-शिवपुरी सड़क के डामरीकरण, चम्बल-ब्राह्मणी नदी से बीसलपुर तक पानी लाने के लिए प्रोजेक्ट के सर्वे करने को मंजूरी दी गई।

श्रीमती राजे की अध्यक्षता में शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई बैठक में राजकीय पक्षी गोडावण के संरक्षण के लिए जैसलमेर-बाड़मेर क्षेत्र में मरू राष्ट्रीय उद्यान (डेजर्ट नेशनल पार्क) सीमा क्षेत्र के पुर्ननिर्धारण करने को भी स्वीकृति दी गई। बैठक में झीलों का संरक्षण करने पर विस्तृत चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री ने झीलों तथा संरक्षित वन क्षेत्रों के आसपास अतिक्रमण हटाने और स्वच्छता अभियान के तहत साफ-सफाई के करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन एवं वन्य जीव संरक्षण में आमजन की भागीदारी महत्वपूर्ण है। इसके लिए संरक्षित क्षेत्र के आस-पास के नागरिकों के लिए जनजागृति अभियान चलाकर उनका सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि जन भागीदारी से वन संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

श्रीमती राजे ने कहा कि वन विभाग मरू राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के लोगों के साथ बैठकें कर दुर्लभ पक्षी गोडावण के संरक्षण पर जागरूकता अभियान चलाए तथा उन्हें यह समझाए कि अगर गोडावण बचेगा तो उनका क्षेत्र भी एक दिन रणथम्भौर नेशनल पार्क की तरह विकसित हो जायेगा। उन्होंने युवाओं को वन क्षेत्र तथा वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति आकर्षित करने के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू करने का सुझाव दिया। प्रस्ताव के अनुसार शिक्षित युवा एक निश्चित समयावधि के लिए वन विभाग के साथ मिलकर काम कर सकते हैं।

वन्य जीव मंडल की बैठक में टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में स्टाफ की बढ़ोतरी, वेटलैण्ड तथा संरक्षित वन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों और केन्द्र सरकार से मिलने वाले कैम्पा-फण्ड का वन्य जीव संरक्षण के लिए उपयोग करने पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। नाहरगढ़ में भारतीय वायु सेना के लिए आॅप्टिकल फाइबर केबल डालने के कार्याें मंजूरी दी गई।

वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री राजकुमार रिणवा, राज्य वन्य जीव मंडल के सदस्य सांसद श्री वीपी सिंह, विधायक श्री मानसिंह गुर्जर, श्री वाल्मिक थापर, श्री बिक्रम ग्रेवाल, श्री महेन्द्र व्यास, डाॅ. केएस गोपीसुंदर, श्री राजपाल सिंह तंवर, श्री आरएस भंडारी, श्री एसएस पालीवाल, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ओपी मीणा, वन विभाग के मुख्य वन्य जीव संरक्षक, विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव तथा विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

जयपुर, 17 अक्टूबर 2015