आमजन को भी सुलभ हो संस्कृत ग्रंथ

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने संस्कृत दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।

अपने संदेश में श्रीमती राजे ने कहा कि संस्कृत भाषा की सबसे बड़ी सेवा यही होगी कि हम संस्कृत में लिखे प्राचीन ग्रन्थों और पाण्डुलिपियों को सुरक्षित तथा संरक्षित करने के साथ-साथ उन्हें आमजन को सुलभ कराने का भी प्रयास करें।

उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा भारतीय संस्कृति का मूल आधार है और हम इसे देवभाषा के रूप में आदर देते आये हैं। संस्कृत में लिखे गये वेद समस्त सत्य विद्याओं की पुस्तक कहलाते हैं और विश्व की प्राचीनतम लिखित संहिता माने जाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत में लिखे गये उपनिषद, पुराण, आरण्यक, आयुर्वेद आदि विविध ग्रंथों में ज्ञान का ऐसा खजाना छिपा हुआ है जिसे जन-जन तक पहुंचाकर हम अपने देश को फिर से विश्व गुरु का सम्मान दिलवा सकते हैं।

जयपुर, 24 अगस्त 2015