इंडिया टूडे कान्क्लेव, 2014

नर्इ दिल्ली, 7 मार्च। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने विकास माडल और बेहतर काम के बलबूते पर प्रधानमंत्राी पद के उम्मीदवार श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव-2014 में भारी बहुमत से जीत कर आएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अगुवार्इ में केन्द्र में सत्तारूढ़ यूपीए सरकार के प्रति जनता में भारी रोष एवं निराशा है।

श्रीमती राजे शुक्रवार को नर्इ दिल्ली के एक होटल में इंडिया टूडे कान्क्लेव-2014 में अपरान्ह बाद ”विनिंग मंत्राा : हू विल विन द बेटल आफ-2014 विषय पर आयोजित सत्रा में बोल रही थीं। इस सत्रा का संचालन हैड लार्इन टूडे के श्री राहुल कंवल ने किया। इस परिचर्चा सत्रा में केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौधोगिकी मंत्राी श्री कपिल सिब्बल ने भी भाग लिया।

श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में भाजपा को अब तक की सबसे बड़ी जीत मिली है। उन्होंने कहा कि राजस्थान मे कांगे्रस की सरकार साढ़े चार साल तक सोती रही और अंतिम छह माह में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए पैसे को पानी की तरह बहाया गया।

उन्होंने यूपीए सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली में बैठकर आम आदमी की समस्या को कैसे समझा जा सकता है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लगभग 60 वषाेर्ं तक देश में शासन किया है, बावजूद इसके विकास को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में विफल रही है। उन्होंने भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को विकास का पर्याय बताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पिछले पांच वर्षो में निवेश नगण्य रहा, जबकि गुजरात और मध्यप्रदेश में निवेश में काफी वृद्धि हुर्इ है।

श्रीमती राजे ने कहा कि यदि भाजपानीत सरकारें विकास का माडल नहीं होती तो, जनता उन्हें तीसरी बार शासन का अवसर क्यों देती? उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी के ”मोदीनिमिक्स विकास माडल के कारण ही जनता ने उन्हें तीसरी बार मौका दिया है।

उन्होंने कहा कि जनता अब कांग्रेसराज की असलियत को समझ चुकी है और केन्द्र में यूपीए सरकार के पिछले दस वर्षों के कुशासन से भारी त्रास्त होकर उनकी विदार्इ का मन बना चुकी है। श्रीमती राजे ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राज्यों की समस्याओं को कभी नहीं समझा और वित्तीय हिस्सेदारी में 70:30 की राज्य की मांग को अब तक नहीं माना है। केन्द्र परिवर्तित योजनाओं में भी राज्यों को वाजिब हिस्सा नहीं दिया जा रहा है। राज्यों में महानरेगा और खाध सुरक्षा अधिकार जैसी पहले से चल रही योजनाओं की पुनरावृतित कर यूपीए सरकार झूठी वाहवाही लूट रही है।

श्रीमती राजे ने कहा कि केन्द्र सरकार ने विकास में राज्यों के साथ पक्षपात और भेदभाव की नीति को अपनाया, जबकि आज यह बात समझने की जरूरत है कि राज्यों का विकास होगा तो देश भी आगे बढ़ेगा। आज जरूरत है कि हम सभी दलगत राजनीति से उठकर व्यवस्था की कमियों को दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने महानरेगा और रार्इट टू फूड जैसी योजनाओं के नाम पर लोगो को ‘आलसी बनने के लिए ही प्रेरित किया है।

उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ‘रार्इट टू फूड के नाम पर सालाना 70 हजार करोड़ रूपये खर्च कर रही है, जबकि इसका लाभ जमीनी स्तर पर लगभग नगण्य है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार एक रूपये किलो और मध्यप्रदेश सरकार दो रूपये किलो की सस्ती दरों पर पहले से ही अनाज उपलब्ध करवा रहे हैं।

केन्द्रीय मंत्राी श्री कपिल सिब्बल के देश में पिछले दस सालों में स्थापित किए गए विश्वविधालयों की बढ़ोतरी के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ कागजी स्तर पर संस्था खड़ा करने से ‘रार्इट टू एजुकेशन का उददेश्य पूरा नहीं हो सकता। उन्होेंने कहा कि राजस्थान में आधा दर्जन से अधिक स्थापित किए गए नए विश्वविधालयों में सिर्फ वाइस चांसलरों की ही नियुकित हो पार्इ है। स्कूलों में भी शिक्षा का स्तर काफी खराब है।

श्रीमती राजे ने बताया कि राजस्थान में कांगे्रस सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण राज्य पर कर्ज का भार 2,28,055 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो वर्ष 2008 की तुलना में दोगुना से भी अधिक हो गया है। आखिर कर्ज का इतना पैसा कहां गया?

मुख्यमंत्राी ने ‘सैक्टोरल डवलपमेंट पर जोर देते हुए कहा कि भारत की भौगोलिक परिसिथतियों को देखते हुए हर राज्य की जरूरतें अलग-अलग तरह की हैं, इसलिए केन्द्र सरकार को नीतिगत फैसलों में एकरूपता से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि असम में विकास के लिए अलग तरह की नीति बनाने की जरूरत है, वहीं राजस्थान के लिए अलग तरह की, क्योंकि राजस्थान की विषम परिसिथतियो के कारण विकास करना काफी खर्चीला है।

परिचर्चा का संचालन कर रहे श्री राहुल कंवल के यह कहने पर कि लोग आपको अब ”आम आदमी महारानी कहने लगे हैं, के जवाब में श्रीमती राजे ने कहा कि अपने पहले मुख्यमंत्राी कार्यकाल के अनुभवों से उन्होंने काफी कुछ सीखा है और लोगों की समस्याओं को धरातल पर जाकर समझने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने 13 दिसम्बर को शपथ लेने के बाद एक सप्ताह के भीतर ही वो सब निर्णय कर लिए थे जिन्हें बाद में दिल्ली में बनी ‘आप की सरकार ने अपनाया।

श्रीमती राजे ने कहा कि शासन में रहने वालों को सबसे पहली चिंता अंतिम पंकित में खड़े व्यकित के कल्याण की होनी चाहिए और मुझे इस बात का गर्व है कि जिन संस्कारों को मैंने अपने परिवार से पाया है, उनको जनता के लिए समर्पित करने में जुटी हुर्इ हूं। हम लोगाें की खुशी और खुशहाली में विश्वास करते हैं तथा राजस्थान में आधारभूत सुविधाओं का विकास कर रहें हैं।

सिब्बल ने कहा – ‘राजे इज राइजिंग स्टार’

परिचर्चा में केंद्रीय मंत्राी श्री सिब्बल ने भाजपा नेताओं की छवि उभारने में मीडिया की भूमिका की चर्चा के दौरान श्रीमती राजे के व्यकितत्व एवं कृतितत्व की प्रशंसा की। उन्होंने श्रीमती राजे की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि ”शी इज रार्इजिंग स्टार ……….।
इस अवसर पर सांसद श्री दुष्यंत सिंह एवं अन्य गणमान्यजन भी उपसिथत थे।

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