आईटी के उपयोग से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में आएगा बड़ा बदलाव

एएनएम एवं जीएनएम के लिए 47 स्किल लैब्स का शुभारंभ

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि अक्षदा कार्यक्रम से प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य तथा उनके पोषण स्तर में आशाजनक सुधार आया है। इस कार्यक्रम से हमारी आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और सुरक्षित बनेगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग प्रदेश में सुरक्षित मातृत्व के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगा।

श्रीमती राजे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य तथा उनके पोषण स्तर में सुधार के लिए राज्य सरकार, टाटा ट्रस्ट तथा अंतरा फाउण्डेशन के सहयोग से प्रदेश के विभिन्न जिलों में चलाए जा रहे अक्षदा कार्यक्रम के नवाचार ‘राजसंगम‘ की मुख्यमंत्री निवास पर लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर उन्होंने एएनएम एवं जीएनएम के प्रशिक्षण के लिए प्रदेश में 47 स्किल लैब्स का शुभारंभ भी किया। इसी के साथ राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य हो गया है जहां प्री-सर्विस नर्सिंग एजुकेशन कार्यक्रम के तहत एक साथ इतने आधुनिक एवं सुसज्जित स्किल लैब्स स्थापित किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ-साथ यह महत्वपूर्ण है कि ग्रास रूट स्तर के कार्मिक इससे जुडे़ं ताकि उनके प्रयासों का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि मातृ एवं शिशु कल्याण के फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहीं आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (ट्रिपल ‘ए‘) को एक साथ लाने के लिए चलाए जा रहे इस कार्यक्रम के तहत विलेज मैपिंग का कार्य सफलतापूर्वक कर लिया गया है। झालावाड़ और बारां में 2600 से अधिक गांवों की मैपिंग कर ली गई है। विलेज मैपिंग के इस डाटा का उपयोग अन्य क्षेत्रों में भी किया जा सकेगा।

श्रीमती राजे ने इस अवसर पर ट्रिपल ए इंटीग्रेटेड ‘एप‘, ‘हम हैं ट्रिपल ए‘ कॉमिक्स तथा ‘जागो री किशोरी‘ गीत की सीडी का शुभारम्भ किया। टैबलेट आधारित इस एप के माध्यम से आशा, एएनएम तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कॉमन डाटाबेस का उपयोग कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि ‘ट्रिपल ए‘ कार्यक्रम में स्कूल जाने वाली छात्राओं का ‘‘चेंज एजेंट‘‘ के रूप में भी सहयोग मिलेगा। अंतरा फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक श्री अशोक अलेक्जेंडर ने मुख्यमंत्री को झालावाड़ एवं बारां जिलों में इस कार्यक्रम की सफलता की जानकारी दी।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री नवीन जैन ने बताया कि कि राजस्थान अग्रणी राज्य है जिसने 12.50 करोड़ रुपए की लागत से एएनएम तथा जीएनएम के प्रशिक्षण में गुणवत्ता लाने के लिए 47 स्किल लैब्स की शुरुआत की है। इनमें 33 स्किल लैब्स एएनएम ट्रेनिंग सेंटर्स में तथा 14 जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर्स में स्थापित की गई हैं।

इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री बंशीधर खण्डेला, विधायक श्री अशोक परनामी, मुख्य सचिव श्री अशोक जैन, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास श्रीमती रोली सिंह, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आनंद कुमार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री नवीन जैन तथा टाटा ट्रस्ट एवं अंतरा फाउण्डेशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 20 दिसम्बर 2017