सिस्टम की रि-इंजीनियरिंग से बढ़ी विकास की रफ्तार

‘राजविकास‘ की सातवीं बैठक

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की नियमित मॉनीटरिंग के लिए शुरू किए गए नवाचार ‘राजविकास‘ के सकारात्मक परिणामों पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि विकास की यह रफ्तार यूं ही बनी रहे, ताकि हम सब मिलकर राजस्थान को विकास का मॉडल स्टेट बना सकें।

श्रीमती राजे गुरूवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में राजविकास की सातवीं बैठक में पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों की क्रियान्विति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हम विकास की गति बढ़ाने के लिए सिस्टम की रि-इंजीनियरिंग कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि नियमों और प्रक्रियाओं का सरलीकरण हो तथा जनहित में त्वरित निर्णय लेकर विकास परियोजनाओं में लगने वाले समय और लागत में कमी लाएं। उन्होंने कहा कि परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी तो इनका फायदा आमजन को मिलेगा और राजस्थान देश में एक तेजी से बदलते राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाए रख सकेगा।

देश के टॉप-50 क्लीन सिटीज में शामिल हों हमारे शहर

श्रीमती राजे ने राजस्थान को मार्च-2018 तक खुले में शौच से मुक्त बनाने के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए कहा कि हमारे शहर देश के टॉप-50 स्वच्छ शहरों में स्थान बनाएं। साथ ही प्रमुख शहर टॉप-10 में भी शामिल हों। इसके लिए जनवरी माह में शुरू होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के सभी मापदंड पूरे करें और जनप्रतिनिधियों तथा आमजन को इस मुहिम से जोड़ें। उन्होंने कहा कि शहर की स्वच्छता रैंकिंग को वहां के लोगों के लिए गौरव का विषय बनाएं।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिला कलक्टरों से स्वच्छ भारत अभियान की प्रगति की जानकारी ली और कहा कि शौचालय निर्माण के काम में तेजी लाकर अपने-अपने जिले को शीघ्र ओडीएफ बनाएं। उन्होंने प्रमुख शासन सचिव स्वायत्त शासन डॉ. मंजीत सिंह तथा शासन सचिव पंचायतीराज श्री नवीन महाजन को निर्देश दिए कि जिन जिलों में अभियान में और तेजी लाने की आवश्यकता है वहां स्पेशल सैल गठित करें और मानव संसाधन बढ़ाएं।

अन्नपूर्णा वैन्स की करें नियमित चैकिंग

श्रीमती राजे ने निर्देश दिए कि प्रदेश के विभिन्न नगरीय क्षेत्रों में संचालित अन्नपूर्णा रसोई वैन को ऐसे स्थान पर खड़ा किया जाए जहां ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें और रसोई में उपलब्ध खाना व्यर्थ न जाए। उन्होंने इस योजना के तहत उपलब्ध कराई जा रही खाद्य सामग्री की नियमित चैकिंग करने के निर्देश भी जिला कलक्टरों को दिए।

एनसीआर की सड़कों के काम अविलम्ब शुरू हों

मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीआर प्लानिंग बोर्ड द्वारा अलवर सहित एनसीआर क्षेत्र में स्वीकृत किए गए सड़कों के कामों को अविलम्ब शुरू किया जाए। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री आलोक को निर्देश दिए कि वे सभी कामों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द प्रारंभ कराएं ताकि आमजनता को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने अलवर और श्रीगंगानगर में मिनी सचिवालय, विभिन्न जिलों में आवासीय विद्यालयों तथा ग्रिड सब स्टेशनां के निर्माण सहित अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।

बोराबास-मंडाना पेयजल परियोजना का काम 30 जून तक पूरा हो

श्रीमती राजे ने कोटा जिले के बोराबास-मंडाना वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट को अगले साल 30 जून तक पूरा कर इससे संबंधित सभी 60 गांवों में पानी पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना के दूसरे चरण, पोकरण-फलसूंड-बालोतरा लिफ्ट वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट,, चम्बल-सवाईमाधोपुर-नादौती पेयजल स्कीम सहित अन्य पेयजल परियोजनाओं का काम भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अशोक जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री डीबी गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव आयोजना श्री अखिल अरोरा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 21 दिसम्बर 2017