कुछ लोगों ने राजनीतिक स्वार्थ के लिए खड़ा किया मीणा-मीना विवाद

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि मीणा-मीना का विवाद कुछ लोगों ने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए पैदा किया है। वास्तव में यह कोई विवाद है ही नहीं। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां समाज को बांटकर लाभ लेना चाहती हैं। उन्होंने ही इस मामले को जटिल बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मीणा समाज किसी के बहकावे में नहीं आए और एकजुट रहकर देश और प्रदेश की तरक्की में भागीदार बने।

श्रीमती राजे बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर मीणा-मीना विवाद के निस्तारण पर आभार व्यक्त करने बड़ी संख्या में आए मीणा समाज के लोगों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की पूरी जनता एक साथ नहीं होगी तो राजस्थान विकास के पथ पर नहीं बढ़ पाएगा और जब प्रदेश ही आगे नहीं बढे़गा तो किसी भी समाज की तरक्की संभव नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों की काम करने की आदत नहीं है। वे कभी विकास का इरादा नहीं रखते। ऐसे लोगों को समाज की कोई चिंता नहीं होती। वे हर मुद्दे को जानबूझकर पेचीदा बनाते हैं ताकि समाज उस मुद्दे पर लड़ता रहे और विकास के मुद्दों से उनका ध्यान भटक जाए। ये ही समाज को भ्रमित करते हैं, जिससे समाज को नुकसान के सिवाय कुछ हाथ नहीं लगता।

श्रीमती राजे ने कहा कि स्वार्थ से प्रेरित कुछ नेताओं ने ही मीणा-मीना विवाद को पेचीदा बनाया ताकि समाज चार हिस्सों में बंट जाए और वे उसका राजनीतिक फायदा लें। उन्होंने कहा कि मीणा समाज पढ़ा-लिखा है। पूरी दुनिया में उनकी पहचान है। उसे इन बातों में आने के बजाय विकास के रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा 36 की 36 कौम के साथ खड़ी है और किसी भी समाज के सामने परेशानी आती है तो वह उसके समाधान के लिए हमेशा तैयार है।

इससे पहले मीणा समाज के जनप्रतिनिधियों ने मीणा-मीना विवाद का निस्तारण करने पर मुख्यमंत्री श्रीमती राजे का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा समाज इस निर्णय से खुश है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मीणा समाज एकजुट है और सदैव राज्य सरकार के साथ खड़ा है। समाज विकास के लिए हमेशा अपनी भागीदारी निभाएगा।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी, मीणा समाज के विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, विभिन्न आयोगों एवं बोर्डों के अध्यक्ष एवं सदस्य, गणमान्यजन तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

जयपुर, 23 नवम्बर 2016