प्रबंधन का श्रेष्ठ संस्थान बने उदयपुर आईआईएम

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा कि युवा पीढ़ी को प्रबंधन के माध्यम से रोजगार के अवसर मुहैया कराने की दिशा में उदयपुर का आईआईएम देश का श्रेष्ठ प्रबंधन संस्थान बनेे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोग होनहार हैं। देश में निर्यात हो या हस्तशिल्प उद्योग या देश के जाने-माने व्यावसायिक घराने सभी की जडे़ं राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। इस समृद्ध इतिहास को आधुनिक समय के साथ जोड़कर आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रमुख उद्देश्य दूूरदराज के गांवों तक युवाओं को रोजगार के समान अवसर उपलब्ध कराना है।

श्रीमती राजे शुक्रवार को उदयपुर के बलीचा में आईआईएम भवन के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी मौजूदा दौर में विलासिता नहीं अपितु आवश्यकता बन गई है। उन्होंने देश की जनसंख्या में साठ प्रतिशत युवाओं के कौशल को निखारने और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता जताई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईएम जैसे ‘सेंटर आॅफ एक्सीलेंस’ पूरे राज्य में जगह-जगह स्थापित होने चाहिए ताकि युवा पीढ़ी कर्मठ और मजबूत बने। उन्होंने आईआईएम को दीर्घकालिक प्रभाव डालने वाला संस्थान बताते हुए कहा कि युवाओं के कौशल व प्रतिभा को तराशे जाने से ही आने वाले समय में राजस्थान देश में अग्रणी प्रदेश के रूप में स्थापित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के श्रम सुधार के सपने को साकार करने की दिशा में सरकार एवं अग्रणी औद्योगिक घरानों को बेहतर तालमेल स्थापित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए स्वच्छता को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के साथ जोड़ने की आवश्यकता है।

खुलेगा सेंटर आॅफ टूरिज्म एण्ड हाॅस्पिटेलिटी

समारोह में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि उदयपुर का आईआईएम युवा पीढ़ी के सपनों को साकार करने की दिशा में अहम कदम है। उन्होंने कहा कि उदयपुर आईआईएम में टूरिज्म एण्ड हाॅस्पिटेलिटी सेंटर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उदयपुर आईआईएम को विश्व की श्रेष्ठतम जल प्रबंधन तकनीक पर आधारित शोध का केन्द्र बनाया जाएगा, जिससे प्रदेश में पानी की समस्या का प्रभावी समाधान हो सकेगा।

उन्नत कृषि के लिए पांच गांव गोद लेंगे

श्रीमती ईरानी ने कहा कि उन्नत भारत अभियान के तहत देश में आईआईटी, आईआईएम व केन्द्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के पांच-पांच गांव गोद लेकर विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में उदयपुर आईआईएम को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे समीप के जरूरतमंद ग्रामीण क्षेत्रों को गोद लेकर वहां विकास एवं उन्नति के कार्य करें। उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है एवं देश की आत्मा गांव में बसती है, ऐसे में आईआईएम उदयपुर में एग्रो बेस्ड इण्डस्ट्रीज से संबंधित विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा।

मुख्यमंत्री की तारीफ की

समारोह में श्रीमती ईरानी ने राजस्थान को अग्रणी बनाने में सशक्त भूमिका निभाने के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के जज़्बे की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को पिछड़े राजस्थान को त्रासदी से उबारने की शक्ति ईश्वर ने प्रदान की है और उनके नेतृत्व में निश्चय ही राज्य अग्रणी पंक्ति में खड़ा होगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 300 एकड़ में फैले उदयपुर आईआईएम के भवन की आधारशिला रखी। बोर्ड आॅफ गवर्नर्स के अध्यक्ष श्री सी.के.बिरला ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर सांसद श्री अर्जुनलाल मीणा, विधायक श्री फूलसिंह मीणा व आईआईएम के निदेशक श्री जनत भी उपस्थित थे।

उदयपुर, 13 फरवरी 2015