हम राजा नहीं, जनता के सेवक हैं

आपका जिला, आपकी सरकार

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हम सब जनता के सेवक हैं, जनता के राजा नहीं। हमारा काम जनता की सेवा करना है, उसे राहत पहुंचाना है। आज जो कुछ भी हैं, वह जनता की वजह से है। यदि सभी जनप्रतिनिधि और सभी अधिकारी इस भावना के साथ काम करें, तो हर हाल में उस व्यक्ति का कल्याण होगा जो अभाव में जी रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब को सरकारी योजनाओं का पूरा पैसा मिले, इसके लिए उन्होंने भामाशाह योजना शुरू की है।

डायरेक्टर बेनिफिट ट्रांसफर करने की यह योजना लागू करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि भामाशाह योजना के माध्यम से उनकी सरकार बिना किसी मध्यस्थ के लाभार्थियों को शत-प्रतिशत सरकारी योजनाओं का पैसा पहुंचा रही है। श्रीमती राजे मंगलवार को डूंगरपुर के दशहरा मैदान में 229 करोड़ रूपये के विकास कार्याें के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रही थीं।

इन्दिरा आवास योजना को प्रभावी बनाया जायेगा

उन्होंने कहा कि इन्दिरा आवास योजना में जिस तरह की गड़बड़ियां सामने आ रही हैं, उससे लगता है इस योजना में गरीब को छत नहीं मिल रही। इसलिए अब हमारी सरकार इस योजना को प्रभावी बनायेगी, ताकि पैसे का सदुपयोग हो सके और गरीब को आवास मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में शौचालय खानापूर्ति के रूप में न बनाएं। उन्हें ऐसा बनाएं कि वो काम आ सके।

बीपीएल सूची से अपने नाम कटवाएं समृद्ध लोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग अमीरी में जी रहे हैं और बीपीएल परिवारों की सूची में शामिल हो गए हैं, वे स्वतः ही अपना नाम बीपीएल सूचियों में से कटवाएं, ताकि गरीब को उसका हक मिले और प्रदेश से गरीबी दूर हो। अब बीपीएल परिवारों के घरों पर बीपीएल परिवार लिखवाया जायेगा, जिससे अपात्र लोग अपने आप बीपीएल सूची से अलग हो जायेंगे।

ग्लोबल एजूकेशन फेस्टिवल का हो आयोजन

श्रीमती राजे ने कहा कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की तरह राजस्थान में ग्लोबल एजूकेशन फेस्टिवल भी होना चाहिए, जिससे कि शिक्षा के क्षेत्र में विश्वभर में हो रहे नवाचारों का लाभ राजस्थान को मिल सके और राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी राज्य बन सके।

शिक्षकों की कमी दूर की जायेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में शिक्षकों की कमी है, वहां कमी दूर करने के लिए अगस्त माह के अंत तक नए शिक्षक देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर में और दिसम्बर 2016 में प्रस्तावित शिक्षक भर्ती से यह कमी काफी हद तक दूर हो जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ़ लाख शिक्षकों को उनकी पसंद के स्थान पर पोस्टिंग दी गई है। इस नवाचार को दूसरे राज्य भी लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी के कारण कई बार स्कूलों में ताला लगाकर छोटे-छोटे बच्चों को बाहर सड़क पर बिठा दिया जाता है। यह प्रवृति ठीक नहीं है। बच्चों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। जो भी पर्दे के पीछे रहकर यह काम करते हैं उन्हें सोचना चाहिए कि वे बच्चों को अच्छे संस्कार देने के बजाए उन्हें क्या सिखा रहे हैं।

वागड़ के लोगों से दिल का रिश्ता

श्रीमती राजे ने कहा कि वागड़ के लोगों से मेरा दिल का रिश्ता रहा है। यहां के लोगों की सरलता और उनके प्रेमभाव में कभी कोई कमी नहीं रही। उन्होंने कहा कि वागड़ के लोगों का प्यार और विश्वास बना रहा, तो क्षेत्र ही नहीं प्रदेश भी तरक्की की राह पर आगे बढ़ेगा।

डूंगरपुर के विकास के लिए खर्च किए एक हजार करोड़ से अधिक

मुख्यमंत्री ने कहा कि डूंगरपुर जिले के विकास के लिए सरकार ने पिछले ढाई साल में 1 हजार करोड़ रूपये से अधिक खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा टीएसपी एरिया के लिए अलग से सर्विस केडर का गठन किया गया है।

उन्होंने कहा कि मानगढ़ धाम का मास्टर प्लान बन गया है। बेणेश्वर धाम का भी मास्टर प्लान तैयार है। जिसे दो चरणों में पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में डूंगरपुर जिले की 80 ग्राम पंचायतों में 80 किलोमीटर ग्रामीण गौरव पथ का निर्माण किया जायेगा।

650 किलोमीटर लम्बी सड़कें बनेंगी

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 137 गांवों और ढाणियों में 133 करोड़ की लागत से 300 किलोमीटर सड़कंे बनाई जायेंगी। उन्होंने कहा कि डूंगरपुर-बिच्छीवाड़ा सड़क की चैड़ाई बढ़ाने एवं सुदृढ़ीकरण पर 25 करोड़ रूपये खर्च होंगे। मिसिंग लिंक की 24 सड़कें प्रस्तावित हैं, जिन पर 18 करोड़ रूपये खर्च किए जायेंगे। इसके अलावा मांडली गुजरात से सागवाड़ा की 39 किलोमीटर तथा धरियावाद से पारसोला-साबदा की प्रस्तावित 51 किलोमीटर सड़के जिले में बनाई जायेंगी। इस तरह करीब 650 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों पर करीब 400 करोड़ रूपये खर्च किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि आदर्श पीएचसी योजना के तहत डूंगरपुर में 10 पीएचसी का चयन किया गया है, जिसका फायदा यहां के लोगों को मिलेगा।

गैस कनेक्शन वितरित किए

सभा के दौरान मुख्यमंत्री ने 5 महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन वितरित किए। चक राजधानी गांवों के 5 लोगों को भूमि के पट्टे वितरित किए। श्रीमती राजे ने नगर परिषद डूंगरपुर द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत छापी गई पुस्तक का विमोचन भी किया।

देव सोमनाथ के दर्शन किए

श्रीमती राजे ने जनसभा से वापस लौटते समय देव सोमनाथ मंदिर में दर्शन एवं पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को डूंगरपुर में मेडिकल काॅलेज निर्माण कार्य के उद्घाटन सहित विभिन्न विकास कार्यों का शुभारंभ, लोकार्पण और उद्घाटन किया जो इस प्रकार है –

 लोकार्पणलागत
कुल229 करोड़
1तहसील कार्यालय भवन, साबला1.68 करोड़
2तहसील कार्यालय भवन, बिच्छीवाड़ा1.68 करोड़
3बालिका छात्रावास, रामपुर2.14 करोड़
4132 केवी जीएसएस बिच्छीवाड़ा 12.52 करोड़
5132 केवी जीएसएस सीमलवाड़ा19.65 करोड़
6नानाभाई पार्क 57.44 लाख
7बादल महल में म्यूजियम 9.90 लाख
निर्माण कार्य का शुभारम्भ
1मेडिकल काॅलेज, डूंगरपुर189 करोड़
शिलान्यास
1काली बाई का पेनोरमा1.65 करोड़

जयपुर/डूंगरपुर, 9 अगस्त 3016