विकास कार्यों में हेरिटेज स्वरूप का ध्यान रखा जाए

प्रशासन शहरों के संग अभियान के आवेदनों का निस्तारण 31 मार्च तक

जयपुर, 6 जनवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने आज मुख्यमंत्री कार्यालय में नगरीय विकास, आवासन और स्थानीय निकाय विभाग तथा जयपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्रस्तुतीकरण की समीक्षा करते हुए कहा कि विकास कार्य करते वक्त हेरिटेज के स्वरूप का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जयपुर सहित प्रदेश के बड़े नगरों में ट्रांसपोर्ट मास्टर प्लान बनाया जाए जिससे यातायात की व्यवस्थाएं और सुगम हो सके।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजथानी क्षेत्र के उपक्षेत्र (एन.सी.आर. सब रीजन) में प्रदेश के आने वाले शहरों का मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि शहरों को ’’स्लम फ्री’’ बनाया जाए। बेघर, गरीब, असहाय एवं निराश्रित लोगों को सर्दी से बचाव के लिए के संचालित रैन बसेरों में श्रीमती राजे ने माकूल व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।

नगरीय विकास आवासन के प्रस्तुतीकरण में 60 दिवसीय कार्य योजना में बताया गया कि प्रदेश में सफाई अभियान चलाया जायेगा। इसके साथ ही प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत 31 जनवरी, 2014 तक नए सिरे से लिये जाने वाले आवेदनों तथा इससे पहले 30 सितम्बर, 2013 तक के लम्बित प्रकरणों का निस्तारण 31 मार्च, 2014 तक किया जायेगा। इस कार्य योजना में आवासन मण्डल द्वारा 1500 आवासों के नए पंजीकरण, चार हजार आवासों का आवंटन, 1500 नए आवासों का निर्माण कार्य हाथ में लिया जायेगा और विभिन्न शहरों में दौ हजार मकान पूर्ण करवाये जायेंगे।

बैठक में जयपुर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की शुरूआत से लेकर अब तक की प्रगति और आगामी कार्य योजना के प्रस्तुतीकरण में बताया कि मानसरोवर से चांदपोल तक फेज प्रथम-ए में जून 2014 में ’’काॅमर्शियल रन’’ आरम्भ होने की आशा जताई गई है।

बैठक में मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रास्ट्रक्चर श्री सी.एस. राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव अल्पसंख्यक मामलात विभाग श्री जी.एस. संधु, प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास एवं आवासन श्री डी.बी. गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री सुभाग गर्ग अन्य प्रशासनिकएवं जयपुर मेट्रो एवं दिल्ली मेट्रो के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।