66 साल की पीड़ा 66 दिन में दूर नहीं हो सकती

जयपुर, 16 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि 66 साल की पीड़ा 66 दिन में ठीक नहीं हो सकती, उसके लिए समय चाहिए। धैर्य रखें, जनता ने हम पर जो भरोसा किया है उस पर हमारी सरकार निश्चित रूप से खरा उतरेगी। उन्होंने कहा कि हमने जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें निश्चित रूप से पूरा करेंगे, लेकिन इसके लिए कुछ वक्त चाहिए। श्रीमती राजे सवाई माधोपुर जिले के खंडार कस्बे में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित कर रही थी। मुख्यमंत्री का सवाई माधोपुर से खंडार के बीच करीब दो दर्जन स्थानों पर अभूतपूर्व स्वागत हुआ।

टेट का हल निकालने का वादा निभायेंगे
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार टेट का हल निकालने के लिए संकल्पबद्ध है, लेकिन इसमें कुछ समय लगेगा।

पिछली सरकार ने बंद की थी हमारी योजनाएं, हम नहीं करेंगे
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि हमारी सरकार पिछली सरकार की योजनाओं को बंद करेगी। श्रीमती राजे ने स्पष्ट रूप से कहा हम ऐसा करने वाले नहीं है, क्योंकि सरकार, सरकार होती है। जिसके लिए जनकल्याणकारी योजनाओं की क्रियान्विति करना नैतिक रूप से अनिवार्य होता है। हम पिछली सरकार की तरह नहीं है, जिसने हमारे समय की कई जन कल्याणकारी योजनाएं बंद कर दी थीं।

रोजड़ों से निजात दिलाने के लिए शीघ्र निर्णय लेगी सरकार
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे को सवाई माधोपुर जिले के मेई कला तथा फरिया गांव में ग्रामीणों ने रोजड़ों की समस्या से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि यहां ही नहीं, पूरे प्रदेश में रोजड़े किसानों की फसल चैपट कर रहे हैं, इसलिये सरकार इस समस्या का निदान करने के लिए जल्द ही निर्णय लेगी।

गुर्जर परिवार के घर खाई गुड के साथ बाजरे की रोटी और चने का साग
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे खण्डार तहसील के फरिया गांव पहुंची तो वहां के श्री अमरा गुर्जर ने उनसे अपने घर भोजन करने का आग्रह किया। श्रीमती राजे अमरा के आग्रह पर उसके कच्चे मकान में गई, जहां उन्होंने खुले चैक में चूल्हे के पास टाट की बोरी पर बैठकर दाल, दही, गुड़, धनिये की चटनी, चने के साग व मक्खन के साथ ठेठ देशी अंदाज में भरपेट बाजरे की रोटी खाई। चूल्हे पर रोटी बना रही श्रीमती बल्लू व रूमाली से करीब आधे घंटे तक बातचीत की और उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मुई खुर्द गांव के समीप हनुमान गुर्जर के छोटे से ढाबे में खाट पर बैठकर चाय की चुस्की ली।

……..और दे दिए बत्तीसी लगाने के आदेश
मुख्यमंत्री ने इस परिवार के घर खाना खाते वक्त रघुनाथी से भी बातचीत की। बातचीत के वक्त जब उन्होंने देखा कि रघुनाथी के पूरे ही दांत गिर चुके हैं, तो मुख्यमंत्री ने अपने साथ चल रहे अधिकारियों को रघुनाथी को अच्छे दंत चिकित्सक को दिखाकर उसके मुंह में बत्तीसी लगाने के निर्देश दिये।

फूल मालाओं पर खर्च नहीं करने की दी नसीहत
मुख्यमंत्री ने खंडार में जनसुनवाई कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा कि फूल-मालाओं और स्वागत पर पैसा खर्च करना सही नहीं है। लोगों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि वे फूल मालाओं पर पैसा खर्च नहीं करें। इससे वे राजी नहीं होती।

स्कूल के जर्जर भवन को देख नाराज हुई मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री रविवार को भी सवाई माधोपुर जिले के कई स्थानों पर अव्यवस्था को देखकर नाराज हुई। सबसे ज्यादा नाराजगी सवाई माधोपुर जिले के गोठड़ा गांव स्थित सैकेण्डरी स्कूल को देखकर जताई। जहां स्कूल भवन गिरने के आशंका से सिर्फ 30 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इस सरकारी स्कूल में एक क्लास रूम की तो पट्टी टूट कर छत से अलग हो गई थी। इसके अलावा पूरा विद्यालय क्षतिग्रस्त है, जिसे देखकर मुख्यमंत्री बहुत नाराज हुई और कहा कि ये तो बच्चों के लिए कभी भी जानलेवा हो सकता है। मुख्यमंत्री ने जहां भी इस स्कूल भवन की दीवारों पर हाथ लगाया प्लाटर गिर पड़ा। मुख्यमंत्री ने खंडार में राजकीय देवनारायण छात्रावास का निरीक्षण किया। इस भवन की जर्जर स्थिति देखकर राजे ने नाराजगी जताई और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सवाई माधोपुर जिले के छाण तथा बहरावण्डा खुर्द में गांव के बीच नालों से निकलकर इकट्ठा हो रहे गंदे पानी को लेकर भी मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। बहरावण्डा खुर्द में स्थित उच्च जलाशय की जर्जर स्थिति देखने मुख्यमंत्री अचानक पहुंच गई। जाट मौहल्ला स्थित इस टंकी में 5 वर्षाें से सफाई नहीं हो रही, क्योंकि टंकी पर पहुंचने वाली सीढि़यां ही टूट कर गिर गई थीं। श्रीमती राजे ने नई टंकी बनाने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने बहरावण्डा में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी औचक निरीक्षण किया। यहां मुफ्त दवाइयों के वितरण के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री को बताया गया कि चिकित्सकों को पिछले 6 माह से वेतन नहीं मिल रहा। इस पर मुख्यमंत्री ने कलक्टर को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।

शिल्पग्राम में वर्ष भर रोजगारोन्मुख गतिविधियां संचालित करें
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सवाई माधोपुर में शिल्प ग्राम का अचानक निरीक्षण किया और वहां वर्ष पर्यन्त रोजगारोन्मुख गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सवाई माधोपुर में आर्ट एवं क्राफ्ट के क्षेत्र में काफी सम्भावनाएं हैं, इसके विकास के लिए इस क्षेत्र में कार्य करने वाले निजी विशेषज्ञों का भी सहयोग लिया जाए। श्रीमती राजे ने कहा कि शिल्पग्राम को इस प्रकार विकसित किया जाए कि ये स्थानीय हस्तशिल्पियों एवं शिल्पकारों को बढ़ावा देकर उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा करें। उन्होंने कहा कि शिल्पग्राम में वर्ष भर आर्ट एवं क्राफ्ट से जुड़ी गतिविधियां संचालित की जाएं।
श्रीमती राजे ने इस शिल्पग्राम के लोकार्पण पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि जब काम ही पूरा नहीं हुआ तो फिर कैसा लोकार्पण? उल्लेखनीय है कि इस शिल्पग्राम पर करीब एक करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।