शहर के ऐतिहासिक स्वरूप को कायम रखते हुए मेट्रो का कार्य समयबद्ध पूर्ण हो

जयपुर, 7 जुलाई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि जयपुर मेट्रो परियोजना के फेज 1-बी का कार्य जयपुर के ऐतिहासिक स्वरूप को कायम रखते हुए समयबद्ध रूप से पूरा किया जाये और इसमें जनता का भी पूरा सहयोग लिया जाए क्योंकि जनता की सुविधा के लिये ही जयपुर मेट्रो का कार्य हो रहा है।

श्रीमती राजे ने सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में जयपुर मेट्रो के चांदपोल से चैपड़ तक बनने वाले फेज 1-बी से संबंधित प्रस्तुतीकरण के दौरान यह निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी एवं बड़ी चैपड़ पर मेट्रो के लिये की जाने वाली भूमिगत खुदाई के दौरान इस बात का ध्यान रखा जाये कि पुरामहत्व के स्थानों के स्वरूप में ज्यादा बदलाव नहीं हो तथा इनका पुनर्निर्माण भी ऐतिहासिक स्वरूप के अनुरूप ही किया जाये। उन्होंने कहा कि खुदाई के दौरान पाई जाने वाली पुरामहत्व की वस्तुओं की पूरी फोटोग्राफी करवाई जाये तथा उन्हें अलबर्ट म्यूजियम में सुरक्षित रूप से रखवाया जाए। उन्होंने कहा कि छोटी एवं बड़ी चैपड़ शहर का हृदयस्थल है। अतः इस क्षेत्र में होने वाले सभी कार्यों में अतिरिक्त सावधानी बरती जाये।

श्रीमती राजे ने निर्देश दिये कि छोटी एवं बड़ी चैपड़ के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए यहां होने वाली खुदाई को ध्यानपूर्वक किया जाये और इसके दायरे में आने वाले प्राचीन मंदिरों को पूरे विधि-विधान के अनुरूप पुनस्र्थापित किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर मेट्रो का कार्य लोगों की सुविधा के लिये हो रहा है। स्थानीय व्यापारियों के साथ आमजन को इसमें सहयोग करना चाहिये ताकि यह कार्य समय पर पूर्ण किया जा सके। उन्होंने जेएमआरसी एवं डीएमआरसी को निर्देश दिये कि कार्य समय पर पूरा हो ताकि जनता को परेशानी नहीं हो साथ ही व्यापार भी आवश्यकता से अधिक समय तक प्रभावित नहीं हो।

श्रीमती राजे ने कहा कि मेट्रो के निर्माण कार्य के दौरान किसी तरह की जनहानि ना हो और कामगारों की सुरक्षा के लिये पुख्ता इन्तजाम हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि कार्य के दौरान धरोहर संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञों की भी राय ली जाये।

शहर में मेट्रो के कार्य के दौरान बड़ी एवं छोटी चैपड़ क्षेत्र में यातायात व्यवस्था एवं ट्रेफिक डायवर्जन के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई। जयपुर मेट्रो के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री निहालचंद गोयल ने फेज 1-बी में प्रस्तावित कार्यों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि चांदपोल से बड़ी चैपड़ तक जयपुर मेट्रो के भूमिगत कोरिडोर के निर्माण के लिये सुरक्षा व धरोहर संरक्षण से संबंधित सभी उपाय सुनिश्चित किये जा रहे हैं।

प्रस्तुतीकरण के दौरान जयपुर शहर के सांसद श्री रामचरण बोहरा, मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रा. श्री सी.एस.राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री सुनील अरोड़ा, पुलिस महानिदेशक श्री ओमेन्द्र भारद्वाज, अतिरिक्त मुख्य सचिव यूडीएच श्री अशोक जैन, जयपुर कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल, आर्ट हिस्टोरियन मिचेल अब्दुल करीम, कन्जर्वेशन आर्किटेक्ट आभा नारायण लाम्बा, डीएमआरसी एवं काॅन्टीनेंटल इंजीनियरिंग काॅर्पोरेशन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।