मुख्यमंत्री के हाथों स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा का अनावरण

जयपुर, 27 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने गुरुवार को फतहसागर के किनारे नवस्थापित स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा का अनावरण किया।

श्रीमती राजे ने बटन दबाकर एवं पट्टिका का अनावरण कर मूर्ति का विधिवत लोकार्पण किया। नगर निगम द्वारा स्थापित यह 1850 किलोग्राम वजनी कांस्य प्रतिमा 10 फीट ऊंची है, जिसके निर्माण पर कुल 11.60 लाख रुपये की लागत आई है। 10 गुना 8 फीट विराजित इस प्रतिमा को फतहसागर झील के किनारे सर्किट हाउस के पास निर्माणाधीन पार्क में स्थापित किया गया है।

इस मौके पर मेयर श्रीमती रजनी डांगी ने झीलों को स्वच्छ रखने के लिए नवस्थापित डिविडिंग मशीन की जानकारी मुख्यमंत्राी को दी। मुख्यमंत्राी को उपस्थित जनसमुदाय ने पुष्पगुच्छ भेंट किये एवं माल्यार्पण भी किया।

इस मौके पर पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्राी श्री गुलाबचन्द कटारिया, सांसद श्री भूपेन्द्र यादव, विधायक श्री अशोक परनामी, महापौर श्रीमती रजनी डांगी, श्री फूलसिंह मीणा (उदयपुर ग्रामीण), श्री प्रताप लाल भील (गोगुन्दा), श्री दलीचन्द डांगी (मावली), संभागीय आयुक्त श्री वैभव गालरिया, पुलिस महानिरीक्षक श्री जी.एन. पुरोहित, जिला कलक्टर श्री आशुतोष ए.टी. पेडणेकर, जिला पुलिस अधीक्षक श्री अजयपाल लाम्बा सहित बड़ी संख्या में पार्षद, अधिकारीगण एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।

मुख्यमंत्राी ने किया सार्वजनिक उद्यान एवं पाल सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण
शहर को और खूबसूरत बनाया जायेगा- श्रीमती राजे
जयपुर, 27 फरवरी। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने गुरुवार को फतहसागर की पाल पर सार्वजनिक उद्यान एवं पाल सौंदर्यीकरण कार्य का पट्टिका अनावरण कर विधिवत लोकार्पण किया। नगर विकास प्रन्यास द्वारा राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत फतहसागर झील एवं पाल सौंदर्यीकरण पर 20.70 करोड़ रुपये व्यय किये गए हैं।

श्रीमती राजे ने फतहसागर की पाल पर पुष्प प्रदर्शनी, उद्यान एवं सौंदर्यीकरण कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि उदयपुर को पर्यटन के दृष्टिगत और बेहतर एवं आकर्षक बनाया जायेगा।

मुख्यमंत्राी ने पाल से झील सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि उदयपुर की तर्ज पर जोधपुर, अजमेर, बीकानेर आदि जिलों के कलक्टर्स को भी उदयपुर का भ्रमण करा कर यहाॅ की तर्ज पर शहर सौंदर्यीकरण योजनाएं बनाने की पहल की जाएगी।

पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास श्री गुलाबचन्द कटारिया एवं जिला कलक्टर श्री आशुतोष ए.टी. पेडणेकर ने उन्हें विकास योजनाओं की जानकारी दी। श्री कटारिया ने बताया कि फतहसागर झील के निर्माता महाराणा फतहसिंह जी की प्रतिमा भी फतहसागर के आस-पास स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही उद्यान में मेवाड़ की विभूतियों की प्रतिमाएॅ स्थापित की जायेंगी।

इस मौके पर पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्राी श्री गुलाबचन्द कटारिया, सांसद श्री भूपेन्द्र यादव, विधायक श्री अशोक परनामी, महापौर श्रीमती रजनी डांगी, श्री फूलसिंह मीणा (उदयपुर ग्रामीण), श्री प्रताप लाल भील (गोगुन्दा), श्री दलीचन्द डांगी (मावली), संभागीय आयुक्त श्री वैभव गालरिया, पुलिस महानिरीक्षक श्री जी.एन. पुरोहित, जिला कलक्टर श्री आशुतोष ए.टी. पेडणेकर, जिला पुलिस अधीक्षक श्री अजयपाल लाम्बा, नगर विकास प्रन्यास सचिव श्री रामनिवास मेहता, एनएलसीपी के प्रभारी श्री बी.एल. कोठारी सहित बड़ी संख्या में पार्षद, अधिकारीगण एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।

फतहसागर झील एवं पाल सौंदर्यीकरण कार्य:-
राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत सम्पन्न इन कार्यांें में 15 करोड़ रुपये की लागत से लेक फ्रण्ट डवलपमेन्ट कार्य, वर्षा जल हेतु फीडर सुधार कार्य, विभिन्न सौंदर्यीकरण कार्यो में फहतसागर पाल की चैड़ाई 800 मीटर बढ़ाना, दोनो छोर पर पार्किंग स्थल का विकास, 125 मीटर लम्बी रिटेनिंग वाॅल के माध्यम से गैलेरी का निर्माण, फुटपाथ, बैंचें, छतरियों का जीर्णांेद्धार, सड़क सुदृढ़ीकरण, लाइटिंग, फ्लोटिंग फाउण्टेन, फ्लोटिंग पन्टून एवं बंसियां लगाने आदि कार्य सम्पादित कराये गये, जबकि पाल की डाउन स्ट्रीम पर उद्यान विकसित किया गया है, जिसमें 5.70 करोड़ रुपये की लागत से उद्यान विकास, विद्युतीकरण, फव्वारे, वृक्षारोपण एवं लेण्डस्केपिंग आदि कार्य सम्पादित कराये गये हैं।