मुख्यमंत्री ने पिपलांत्री में जल ग्रहण क्षेत्र विकास के कार्यों को सराहा

राजसमंद/जयपुर, 23 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने ‘सरकार आपके द्वार‘ कार्यक्रम के तहत शनिवार को राजसमंद जिले की पिपलांत्री ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि एवं पहाड़ी क्षेत्र में जल ग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत पिछले 5 वर्षों में हुए कार्याें का निरीक्षण किया। श्रीमती राजे ने यहां बरगद का पौधा लगाया।

श्रीमती राजे ने इन अनूठे कार्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाओं के साथ ही वन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी, जल ग्रहण, नरेगा, गुरू गोलवलकर आदर्श ग्राम आदि का एकीकृत रूप से ग्रामीणों को लाभ मिलें ऐसा प्रयास इस ग्राम पंचायत में देखने को मिला है। यहां जल ग्रहण विकास क्षेत्र के तहत यहां चारागाह विकास, कृषि वानिकी एवं फल उद्यानिकी का कार्य भी श्रेष्ठ तरीके से हुआ है।

मुख्यमंत्री ने यहां के घरों में लड़की के पैदा होने एवं किसी की मृत्यु होने पर 11-11 पौधे लगाने की परम्परा की भी सराहना की। इस जंगल में शीशम, नीम, बांस, बरगद, पीपल, शहतूत, जामून, बैर, सीताफल, केला, चीकू, अमरूद व आम सहित विभिन्न फलों की प्रजातियों के पेड़ लगाए गए हैं।

श्रीमती राजे ने अधिकारियों से कहा कि यहां काम करने वाले व्यक्तियों को ‘संदर्भ व्यक्ति’ के रूप में अलग-अलग ग्रांम पंचायतों में भेजे ताकि ये लोग उस क्षेत्र की परिस्थिति के अनुरूप वहां भी ऐसा ही कार्य करवा सकें। उन्होंने यहां के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां के नागरिकों ने पूरी मेहनत जंगल को सुधारने और संवारने में लगा दी है, जो एक अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री को जल ग्रहण कमेटी के अध्यक्ष श्री श्याम सुन्दर पालीवाल ने पिछले पांच वर्षाें में ग्राम पंचायत में अलग-अलग स्थानों पर कराए गए कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।

मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत में अलग-अगल स्थानों पर सौलर पम्प, जल ग्रहण ढांचा, चारागाह विकास एवं एलोवीरा, ज्यूस प्रोसेसिंग के कार्यों को भी देखा। उन्होंने चारागाह भूमि पर वन पौधारोपण सम्बन्धी एक प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए।

पिपलांत्री में विद्यालय का निरीक्षण
श्रीमती राजे ने पिपलांत्री में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण कर वहां अध्ययनरत बच्चों से बातचीत की और उनकी पढाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों के कक्षा कक्ष, शौचालय आदि को देखा एवं इस विद्यालय की व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए संभागीय आयुक्त को बच्चों के लिए एक कम्प्यूटर दिलाने के निर्देश दिए। विद्यालय में लगे ट्यूबवेल पर मैरिंग राउण्ड पम्प लगा है, जिससे बच्चों के खेलने पर पानी उपर पेयजल टंकी में भर जाता है।