निखारेंगे प्रदेश की सभी ऐतिहासिक धरोहरों का स्वरूप

जयपुर, 20 जून। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि प्रदेश की सभी ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण कर उनके स्वरूप में निखार लाया जायेगा। ऐसी सभी धरोहरों के विकास के लिए उनकी सरकार ने धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण का गठन किया है, जो प्रदेश की धरोहरों के संरक्षण और विकास के लिए विशेष योजनाएं बनायेगा। श्रीमती राजे ने शुक्रवार शाम बीकानेर में ऐतिहासिक जूनागढ़ किले के समीप सूरसागर झील का अचानक निरीक्षण किया और इस दौरान यह बात कही।

मुख्यमंत्री को इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने बताया कि पिछले 5 साल से सूरसागर पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे इसकी स्थिति बदहाल हो गई है। रात्रि को यहां असामाजिक तत्व माहौल खराब करते हैं एवं झील की सुन्दरता को बिगाड़ते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने जिला कलक्टर को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने अधिकारियों से पूछा कि सूरसागर के विकास व सौंदर्यकरण को लेकर हर 6 माह में बैठक होनी थी, वह क्यों नहीं हुई। सूरसागर को दुबारा संवारने की नौबत क्यों आई। उन्होंने पूछा कि आर.यू.आई.डी.पी. द्वारा कराये गये पुराने कार्यों में कहां चूक हुई जिसके कारण झील में लीकेज की समस्या आई।

मुख्यमंत्री ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि पहले जो सूरसागर बीकानेर शहर की शान के रूप में पहचाना जाता था, ऐसे क्या कारण रहे, जिसकी वजह से वह फिर धीरे-धीरे अपनी पुरानी स्थिति में पहुंच रहा है। उन्होंने सूरसागर से जुड़ी सीवरेज की समस्या में सुधार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सूरसागर में जलस्तर ऊपर उठाने और यहां सौन्दर्यीकरण के अन्य कार्य करवाकर इसका पुराना स्वरूप लौटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 29 जून को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत होने वाली समीक्षा बैठक में सूरसागर पर विशेष रूप से चर्चा की जायेगी।

उल्लेखनीय है कि सूरसागर झील में गंदगी एवं प्रदूषण बीकानेरवासियों के लिए एक प्रमुख समस्या थी। मुख्यमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल में श्रीमती राजे ने बीकानेर की जनता को इस समस्या से निजात दिलाने की पहल की थी। इसके बाद झील का सौंदर्यीकरण हुआ और यह बीकानेर शहर के एक सुन्दर पर्यटन स्थल का रूप लेने लगा। लेकिन बाद में अनदेखी के कारण इसकी स्थिति फिर बदहाल हो गई।

श्रीमती राजे ने सूरसागर की पाल पर काफी देर खड़े रहकर विधायक श्री गोपाल जोशी, जिला कलक्टर आरती डोगरा एवं अन्य अधिकारियों से इस झील की सुन्दरता एवं स्वरूप को और निखारने के बारे में चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने ली बैठक

इससे पहले मुख्यमंत्री ने उपनिवेशन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें बीकानेर संभाग में उपनिवेशन को लेकर आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में प्रमुख सचिव राजस्व श्री मुकेश शर्मा, संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार एवं जिला कलक्टर आरती डोगरा उपस्थित थी।

मुख्यमंत्री अचानक पहुंची नारी निकेतन व शिशु गृह

अनाथ बालिकाओं ने कहा ’वी वेलकम यू मैडम’

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे शुक्रवार शाम अचानक बीकानेर के पवनपुरी स्थित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के नारी निकेतन तथा अनाथ बच्चों के लिए संचालित शिशु गृह पहुंची। अनाथ एवं विशेष बालिकाएं मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बहुत खुश हुई। मुख्यमंत्री ने भी बड़ी आत्मीयता से उनसे बातचीत की और उन्हें दुलारा।

मुख्यमंत्री के वहां पहुंचते ही इन नन्ही बालिकाओं ने ’वी वेलकम यू मैडम’ कहकर उनका स्वागत किया। यहां पहुंचकर श्रीमती राजे ने इन बालिकाओं से बातचीत की और उन्हें पूछा कि बताओ बेटी कम्प्यूटर के बारे में क्या जानती हो? बच्चियों ने भी कम्प्यूटर के बारे में मुख्यमंत्री को बताया। मुख्यमंत्री उनकी परफोर्मेन्स को देखकर प्रभावित हुई और उन्हें शाबाशी दी।

मुख्यमंत्री को जिला कलक्टर ने बताया कि यह शिशु गृह अनाथ बालिकाओं के लिए सेना एवं जन सहयोग से मिली राशि से पीपीपी मोड पर चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस शिशु गृह की बालिकाओं को अधिकारियों एवं शहर के गणमान्य लोगों ने गोद ले रखा है। ये बालिकाएं सोफिया एवं महारानी ईश्वरी देवी जैसे विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।

जिला कलक्टर ने बताया कि यहां बालिकाओं को खुश रखने के लिए झूले लगाये गये हैं एवं छोटी बालिकाओं के लिए जन सहयोग से साईकिलों की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने शिशु गृह में की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा की और इसे सराहनीय पहल बताया। उन्होंने शिशु गृह के निरीक्षण के दौरान वहां साफ-सफाई एवं स्वच्छता की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री ने नागणेची माता के दर्शन किए

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शुक्रवार शाम बीकानेर में पवनपुरी स्थित नागणेची माता के मंदिर में दर्शन कर प्रदेश की समृद्धि व खुशहाली की कामना की। श्रीमती राजे जब मंदिर पहुंचीं तो वहां आरती हो रही थी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सभी श्रद्धालुओं एवं आमजन के बीच खड़े रहकर माता की पूजा-अर्चना की।