स्कूलों की हालत देख व्यथित हुईं मुख्यमंत्री

जयपुर, 17 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सोमवार को बयाना में जनसुनवाई के बाद विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया। विद्यालयों में बच्चों का बौद्धिक स्तर अपेक्षानुरूप नहीं होने एवं खेल-कूद तथा शिक्षण सामग्रियों को बक्से में बंद पाकर श्रीमती राजे बहुत व्यथित हुईं।

श्रीमती राजे निरीक्षण के लिए राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, भगोरी पहुंची। यहां बच्चे सीमेंट के खाली कट्टों पर बैठे हुए थे, जबकि दरी-पट्टियां एवं अध्यापन के लिए सरकार की ओर से दी गई शिक्षण सामग्री भी धूल खा रही थी। उन्होंने बच्चों के सामान्य ज्ञान की परख की। उनसे पहाडे़ एवं अंग्रेजी वर्णमाला पूछी, लेकिन बच्चे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। स्कूल की ऐसी व्यवस्था देख श्रीमती राजे खिन्न हुईं।

मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान मिड डे मील भी चखा और शिक्षकों से आहार एवं समय के बारे में भी जानकारी ली। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, समराय के निरीक्षण के दौरान बच्चों के खेल-कूद की सामग्री बक्सों में बंद पाई गई। श्रीमती राजे इससे बहुत क्षुब्ध हुईं। उन्होंने कहा कि सरकार ने बहुत पैसा खर्च कर यह सामग्री स्कूलों में पहुंचाई है, ऐसे में शिक्षकों का दायित्व बनता है कि वे बच्चों को सुनागरिक बनाने के लिए इनका समुचित उपयोग करें।

उन्होंने संबंधित संस्था प्रधान एवं अन्य शिक्षकों से कहा कि प्रदेश की जनता और सरकार को आपसे बहुत अपेक्षाएं हैं। आप इन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए पूरे मन से प्रयास करें। उन्होंने संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों से विद्यालयों की गतिविधियों में जनभागीदारी बढ़ाने की भी अपेक्षा की। उन्होंने कनावर के राजकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों का भी निरीक्षण किया।