ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होकर राजे पहुंची गडी गांव

धौलपुर, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे बाड़ी जाते समय सड़क से एक किलोमीटर भीतर स्थित करीब 10 घरों की बस्ती वाले गड़ी गांव पहुंची। ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होते हुए मुख्यमंत्री जब इस छोटे से गांव में पहुंची तो वहां रहने वाले लोग अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर अचंभित हो गये।
मुख्यमंत्री ने इस गांव में रहने वाले बालकीदास, रोषन सिंह, रामेष्वर, श्रीमती रामपति, श्रीमती लीलावती, श्रीमती प्रेमवती से गांव में बिजली-पानी, बच्चों की पढाई के बारे में जानकारी ली। श्रीमती राजे ने करीब 6 वर्षीय बालक सोनू के शरीर पर झुलसने के कारण बने निषानों के बारे में भी पूछा। उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें कोई तकलीफ तो नहीं है। उन्हें जो पीने का पानी मिल रहा है वह खारा तो नहीं है। मुख्यमंत्री ने जिला कलक्टर श्री कुमार पाल गौतम को ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के संबंध में दिषा-निर्देष दिए।

मुख्यमंत्री ने मंगलपुरा गांव में लगाई चैपाल
धौलपुर, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे शुक्रवार को बाड़ी जाते समय बीच रास्ते डांग क्षेत्र के छोटे से मंगलपुरा गांव में चैपाल लगाकर वहां के बाषिंदों के दुख दर्द सुने। श्रीमती राजे ग्रामीणों के बीच प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठ गईं। चारों ओर पूरा गांव जुट गया। महिलाओं एवं बच्चों से मुख्यमंत्री जिस आत्मीयता से मिलीं उससे वे अभिभूत हो उठे।

श्रीमती राजे ने गांव में बच्चियों की पढाई के बारे में पूछा। उन्होंने पूछा कि इस गांव से नजदीकी हायर सैकंडरी स्कूल कितना दूर है।

‘‘ये तो बड़ी स्मार्ट मोेडी है‘‘
धौलपुर, 14 फरवरी। सरकार आपके द्वार के तहत मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे शुक्रवार को बरैड गांव में पहुंची। करीब पचास घरों के इस गांव में श्रीमती राजे ने चैथी कक्षा में पढ़ने वाली बालिका रचना से पूछा कि पहाडे आते हैं ? रचना ने बताया कि 13 तक। मुख्यमंत्री ने उससे दो से लेकर 12 तक पहाड़े सुने। रचना ने सभी पहाडे बिना किसी हिच किचाहट के सुना दिए। इससे प्रभावित होकर श्रीमती राजे ने प्यार से उसे दुलारते हुए कहा कि‘‘ये तो बड़ी स्मार्ट मोडी है।‘‘

मुख्यमंत्री ने उससे एबीसीडी, अंग्रेजी में नाम आदि भी पूछे। रचना ने सभी का सही जवाब दिया। श्रीमती राजे ने उससे उसके टीचर का नाम भी पूछा तथा बतौर इनाम उसे टाॅफी भी भेंट की।