देवनारायण योजना की समीक्षा बैठक “आवासीय विद्यालयों में अध्यापकों को प्राथमिकता के आधार पर लगाएं”

जयपुर, 13 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने देवनारायण योजना के क्षेत्र में आने वाले आवासीय विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर अध्यापकों को लगाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के कार्यों को गति प्रदान कर पात्र लोगों को समय पर लाभान्वित करना सुनिश्चित किया जाए।

श्रीमती राजे मुख्यमंत्री कार्यालय में बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में देवनारायण योजना की समीक्षा कर रही थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डांग क्षेत्र के गरीब एवं पिछड़े लोगों तक वास्तविक लाभ पहुंचाने के लिए देवनारायण योजना एवं डांग विकास योजना कार्यों के बीच समन्वय बनाया जाए। श्रीमती राजे ने सरकार द्वारा इस वर्ष के बजट में इस योजना के तहत घोषित 500 करोड़ रुपए के पैकेज के तहत कार्याें को चिन्हित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने देवनारायण योजना की शुरूआत से लेकर अब तक की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी कार्याें की पूरी माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि वर्ष 2014-15 में इस योजना के तहत विशेष पिछड़ा वर्ग के 1 लाख 60 हजार बच्चों को उत्तर मैट्रिक एवं पूर्व मैट्रिक छात्रवृति का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है।

बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी, मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा श्री श्याम एस. अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री सुनील अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव देवस्थान विभाग श्री अशोक शेखर, अतिरिक्त मुख्य सचिव महिला एवं बाल विकास सुश्री गुरजोत कौर, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री सुभाष गर्ग, प्रमुख शासन सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्री सुदर्शन सेठी, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री दीपक उपे्रति, प्रमुख शासन सचिव पीएचईडी श्री पी.एस. मेहरा, प्रमुख शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग, श्री डी.बी. गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज श्री श्रीमत् पाण्डे, प्रमुख शासन सचिव राजस्व श्री मुकेश शर्मा, प्रमुख शासन सचिव डेयरी विकास श्री प्रीतम सिंह, शासन सचिव श्रम एवं रोजगार श्री रजत मिश्र, जल संसाधन सचिव श्री अजिताभ शर्मा, कार्मिक विभाग के शासन सचिव श्री आलोक गुप्ता के अलावा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक श्री अम्बरीश कुमार उपस्थित थे।