टीआरपी के साथ ट्रस्ट भी जरूरी

जयपुर, 01 अप्रेल। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा है कि न्यूज चैनल्स टी.आर.पी. के साथ-साथ ट्रस्ट भी बनाए रखें और सकारात्मक आलोचना करें। उन्होंने कहा कि विशेषाधिकारों के साथ जिम्मेदारी भी जुड़ी होती है। जो जिम्मेदारी नहीं निभाता, वह जल्द ही असफल हो जाता है। लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ मीडिया पर भी यह सिद्धान्त लागू होता है। श्रीमती राजे मंगलवार को यहां एक निजी टीवी चैनल की ओर से आयोजित मीडिया कान्क्लेव को सम्बोधित कर रही थी।
विश्वसनीयता कायम रखना बड़ी चुनौती
श्रीमती राजे ने कहा आज मीडिया में जबरदस्त काॅम्पीटिशन का दौर है। भारत में 13 हजार से अधिक अखबार एवं न्यूज चैनल्स है। इस काॅम्पीटिशन के दौर में खबरों की विश्वसनीयता बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि एक बार विश्वसनीयता चली जाए तो सब कुछ चला जाता है। उन्होंने कहा कि मीडिया काॅम्पीटिशन के दौर में पूरी ईमानदारी से काम करे, वह सूचनाओं को मसालेदार बनाने की बजाए वास्तविक रूप में प्रस्तुत करे।

सरकार – मीडिया का अटूट रिश्ता
श्रीमती राजे ने कहा कि सरकार और मीडिया का रिश्ता, हमेशा साथ चलने का है। मीडिया के बिना सरकार का काम नहीं चल सकता और सरकार के बिना मीडिया का। इस रिश्ते में ईमानदारी पहली जरूरत है। यदि मीडिया घटनाओं को वास्तविक रूप में प्रस्तुत करेगा तो सरकार को काम करने में आसानी होगी और जनता को भी लाभ मिलेगा।

मेहनत का कोई विकल्प नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। आने वाले समय में मेहनत ही बोलेगी। उन्होंने कहा कि हमंे विधानसभा में जो 163 सीटे मिली है, वह कठिन परिश्रम का ही नतीजा है।

हर जगह राजनीति नहीं चलती

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत का राज यही है कि हमने दिल जीतने का काम किया है, राजनीति नहीं क्योंकि हर जगह राजनीति नहीं चलती। ऐसी राजनीति करने वालों को मात ही मिलती है। उन्होंने कहा कि जनता छल करने वाले को माफ नहीं करती, वह अच्छा काम करने वाले को पुरस्कार और नहीं करने वाले को सजा देना जानती है।

कान्क्लेव में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी एवं ईटीवी चैनल हैड जगदीश चन्द्र ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मोती डूंगरी गणेश मन्दिर महंत कैलाश शर्मा, पदमश्री डाॅ. अशोक पनगडि़या सहित अनेक गणमान्यजन मौजूद थे।