सिंगापुर के पर्यावरण एवं जल संसाधन मंत्री से आपसी सहयोग की सम्भावनाओं पर चर्चा
मुख्यमंत्री का सिंगापुर दौरा
जयपुर, 14 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अपने सिंगापुर दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को सिंगापुर के पर्यावरण एवं जल संसाधन मंत्री डाॅ. विवियन बालकृष्णन से मुलाकात के दौरान राजस्थान में लागू किये जा रहे रिफोम्र्स एवं आपसी सहयोग की सम्भावना वाले क्षेत्रों पर चर्चा की।
श्रीमती राजे से मुलाकात के दौरान डाॅ. बालकृष्णन ने प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। चर्चा के दौरान दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि ‘‘सभी के लिये शिक्षा’’ हर प्रदेश एवं राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिये जरूरी है। वे इस बात पर भी सहमत थे कि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये दूरगामी दृष्टिकोण एवं नियमों की सुचारू रूप से पालना आवश्यक है। श्री बालकृष्णन ने सिंगापुर के मरीना बैराज प्रोजेक्ट का उदाहरण देते हुए बताया कि यह परियोजना महज इंजीनियरिंग का कमाल नहीं, बल्कि गंदगी फैलाने से रोकनेे संबंधी कानूनों की सही पालना एवं स्मार्ट मीटरिंग की वजह से इतनी सफल हुई है। उन्होंने कहा कि कानून की सही पालना में राजनीतिक इच्छा शक्ति भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने सिंगापुर के वाटर प्राइसिंग मैकेनिज्म तथा पानी के अलवणीकरण में होने वाले खर्च को पानी के बिल से जोड़ने के कन्सेप्ट में भी रूचि दिखाते हुए इसके बारे में जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि सिंगापुर में जलापूर्ति एवं बिजली में किसी तरह की सब्सिडी नहीं दी जाती। श्रीमती राजे ने बस्तियों को बिजली आपूर्ति के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने संबंधी सुझाव का स्वागत किया और इस बात पर खुशी जताई कि सिंगापुर में बस्तियां अपनी बिजली आपूर्ति की व्यवस्था स्वयं करती हैं।
श्रीमती राजे एवं डाॅ. बालकृष्णन ने इस बात पर भी चर्चा की कि सोलर पैनल स्थापित करने, पाइप लाईन बिछाने एवं उनकी देखभाल के कार्य में किस प्रकार आईटीआई प्रशिक्षित स्नातकों को शामिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने राजस्थान में छोटी मेम्ब्रेन निर्माण यूनिट्स स्थापित करने की सम्भावनाओं की भी जानकारी ली। श्रीमती राजे ने सोलर सेक्टर में राजस्थान की अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाने की संभावनाओं के साथ-साथ कैसे पश्चिम राजस्थान में सौर ऊर्जा का उपयोग कर दूर से पानी भरकर लाने में महिलाओं को होने वाली तकलीफों को कम किया जा सकता है, इस पर भी डाॅ. बालकृष्णन से चर्चा की। उन्होने डाॅ. बालकृष्णन को राजस्थान की यात्रा का भी निमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री के साथ सिंगापुर में भारत की उच्चायुक्त श्रीमती विजय ठाकुर सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्फ्रास्टंक्चर श्री सीएस राजन, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् की सदस्य श्रीमती मीरा महर्षि, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री पी.एस. मेहरा और मुख्यमंत्री के सचिव श्री तन्मय कुमार मौजूद थे।